द लोकतंत्र/ नई दिल्ली : दिवाली से पहले ही दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) की हवा खराब होती जा रही है। बढ़ते प्रदूषण स्तर को देखते हुए कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने सोमवार को GRAP (Graded Response Action Plan) का स्टेज-1 लागू करने का आदेश दिया है। दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 211 दर्ज किया गया है, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है। विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में प्रदूषण का स्तर और बढ़ सकता है, इसलिए प्रशासन ने एहतियाती कदम पहले ही उठाने शुरू कर दिए हैं।
दिल्ली-एनसीआर में AQI 201 से 300 के बीच
GRAP यानी ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान एक चार-स्तरीय कार्ययोजना है, जो वायु प्रदूषण के स्तर के अनुसार लागू की जाती है। इसका स्टेज-1 तब लागू किया जाता है जब दिल्ली-एनसीआर में AQI 201 से 300 के बीच पहुंच जाता है। इस साल अक्टूबर के मध्य में ही दिल्ली की हवा ‘खराब’ श्रेणी में पहुंच गई थी, जिसके बाद CAQM ने GRAP का पहला चरण लागू कर दिया।
इस चरण के लागू होने के बाद दिल्ली-एनसीआर में कई पाबंदियां और दिशा-निर्देश लागू किए गए हैं। सबसे पहले, कचरा, लकड़ी और पत्तों को खुले में जलाने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है। निर्माण स्थलों पर धूल नियंत्रण उपायों को सख्ती से लागू करने का आदेश दिया गया है और 500 वर्गमीटर से बड़े प्रोजेक्ट्स के लिए स्वीकृत डस्ट मैनेजमेंट प्लान का पालन अनिवार्य कर दिया गया है।
इसके अलावा, होटल, रेस्टोरेंट और फूड स्टॉल्स में कोयला और लकड़ी आधारित ईंधन के इस्तेमाल पर रोक लगाई गई है और केवल बिजली या गैस जैसे स्वच्छ ईंधन का उपयोग करने के निर्देश दिए गए हैं।
पुराने डीज़ल/पेट्रोल वाहनों का चलना पूरी तरह प्रतिबंधित
डीजल जेनरेटरों का इस्तेमाल भी सीमित कर दिया गया है अब इन्हें केवल आपातकालीन सेवाओं में ही चलाया जा सकेगा। वहीं, पुराने वाहनों पर सख्ती बढ़ा दी गई है। 10 साल पुराने डीजल और 15 साल पुराने पेट्रोल वाहनों का चलना पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। ट्रैफिक पुलिस को भी अतिरिक्त रूप से तैनात किया गया है ताकि प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर नजर रखी जा सके और चालकों को लाल बत्ती पर इंजन बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं।
मंगलवार सुबह दिल्ली का AQI 201 दर्ज किया गया, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है। मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली का न्यूनतम तापमान लगभग 19 डिग्री और अधिकतम 33 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। विशेषज्ञों का कहना है कि हवा की गति धीमी होने से प्रदूषण का स्तर और बढ़ सकता है।
ख़तरनाक स्तर पर बढ़ रहा प्रदूषण
दिवाली नजदीक आने के साथ ही प्रदूषण को लेकर चिंता और बढ़ गई है। पटाखों और बढ़ते वाहन उत्सर्जन के कारण वायु गुणवत्ता के और बिगड़ने की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में सरकार ने नागरिकों से अपील की है कि वे प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों से दूर रहें और ‘ग्रीन दिवाली’ मनाएं।
कुल मिलाकर, GRAP स्टेज-1 का लागू होना इस बात का संकेत है कि दिल्ली-एनसीआर की हवा फिर से खतरनाक दिशा में बढ़ रही है। अब जरूरी है कि प्रशासन और नागरिक मिलकर वायु प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए जिम्मेदारी से कदम उठाएं, ताकि आने वाले दिनों में हालात और खराब न हों।

