द लोकतंत्र: भारतीय शेयर बाजार के लिए शुक्रवार का दिन भारी गिरावट लेकर आया। बीएसई सेंसेक्स लगभग 800 अंक टूटकर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 25000 के नीचे फिसल गया। प्रमुख सेक्टोरल इंडेक्स, बैंकिंग, फाइनेंशियल, आईटी और मेटल सभी में बिकवाली का दबाव रहा। इससे निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा और बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का मार्केट कैप 4.75 लाख करोड़ रुपये घटकर 453.35 लाख करोड़ रुपये रह गया।
गिरावट की प्रमुख वजहें
भारत-अमेरिका ट्रेड डील में अनिश्चितता
अमेरिका द्वारा जापान, वियतनाम जैसे देशों के साथ व्यापार समझौता करने के बाद भारत के साथ डील लटक गई है। 1 अगस्त की टैरिफ डेडलाइन नजदीक आने से निवेशकों में डर बना हुआ है।
बैंकिंग और फाइनेंशियल शेयरों में भारी गिरावट
बजाज फाइनेंस के तिमाही नतीजों के बाद फाइनेंशियल शेयरों में तेज बिकवाली देखी गई। निफ्टी बैंक में 600 अंकों की गिरावट आई, वहीं बजाज फाइनेंस और बजाज फिनसर्व के शेयरों में 5% तक की गिरावट रही।
FIIs की भारी बिकवाली
चार दिनों में विदेशी निवेशकों ने लगभग 11,572 करोड़ रुपये की निकासी की है, जिससे बाजार पर दबाव बना।
कमजोर तिमाही नतीजे
कई कंपनियों के Q1 रिजल्ट उम्मीद से कमजोर रहे हैं। खासकर आईटी और फाइनेंशियल सेक्टर की कंपनियों ने निवेशकों को निराश किया।
अन्य सेक्टर्स पर असर
PSU बैंक इंडेक्स: 2.1% गिरावट
ऑटो इंडेक्स: 1.3% गिरा
मिडकैप: 1.3% गिरा
स्मॉलकैप: 1.7% गिरा