द लोकतंत्र: हर साल 12 अगस्त को विश्व हाथी दिवस (World Elephant Day) मनाया जाता है। इसकी शुरुआत साल 2012 में हुई थी, जिसका उद्देश्य एशियाई और अफ्रीकी हाथियों की घटती संख्या और उनके सामने आने वाली चुनौतियों के प्रति जागरूकता फैलाना है। हाथियों का मानव सभ्यता के साथ गहरा रिश्ता रहा है। इन्हें बेहद समझदार और भावनात्मक जानवर माना जाता है।
भारत में हाथियों को विशेष स्थान प्राप्त है। इन्हें भगवान गणेश का स्वरूप मानकर पूजा जाता है। ये न केवल ताकत और बुद्धिमत्ता का प्रतीक हैं, बल्कि हमारी संस्कृति और परंपराओं का भी अहम हिस्सा हैं। जंगलों के पारिस्थितिकी तंत्र में भी इनकी भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है।
सोशल मीडिया पर छाया मां-बेटे का प्यार:
विश्व हाथी दिवस के मौके पर सोशल मीडिया पर एक बेहद प्यारा वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक नन्हा हाथी पहली बार पानी से खेलते हुए दिखाई देता है। वह पानी के बहाव और छींटों से हैरान और खुश दोनों नजर आता है। उसकी मां पास खड़ी होकर उसे निहार रही है और यह सुनिश्चित कर रही है कि उसका बच्चा सुरक्षित रहे।
वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि किस तरह मां हाथी अपने छोटे बच्चे को पानी के साथ खेलते हुए देख गर्व और स्नेह महसूस कर रही है। यह दृश्य न केवल दिल को छू लेने वाला है, बल्कि इंसानों और हाथियों के बीच भावनात्मक समानताओं को भी दर्शाता है।
संरक्षण का संदेश:
विश्व हाथी दिवस का मकसद सिर्फ इनकी खूबसूरती और मासूमियत को सराहना नहीं है, बल्कि इनके संरक्षण के लिए ठोस कदम उठाना भी है। वर्तमान समय में हाथी शिकार, अवैध व्यापार, जंगलों की कटाई और इंसानी दखल जैसी कई चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि हमें आने वाली पीढ़ियों के लिए हाथियों को बचाना है, तो इनके प्राकृतिक आवास की रक्षा, अवैध शिकार पर रोक और मानव-हाथी संघर्ष को कम करना बेहद जरूरी है।
यह वायरल वीडियो हमें याद दिलाता है कि हाथी सिर्फ जंगल का हिस्सा नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहर भी हैं। विश्व हाथी दिवस पर हमें संकल्प लेना चाहिए कि हम इन अद्भुत जीवों के संरक्षण में अपना योगदान देंगे।