द लोकतंत्र: करीना कपूर बॉलीवुड की उन चंद अभिनेत्रियों में हैं, जिन्होंने अपने अभिनय से कई यादगार किरदारों को जिंदा किया है। ‘जब वी मेट’ की गीत हो या ‘कभी खुशी कभी ग़म’ की पू, उन्होंने हर रोल में एक अलग छाप छोड़ी। लेकिन साल 2003 में आई फिल्म ‘चमेली’ में उनका निभाया किरदार उनके करियर का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ।
इस फिल्म में करीना ने एक सेक्स वर्कर का किरदार निभाया था। ‘चमेली’ न सिर्फ आलोचकों की तारीफों का केंद्र बनी, बल्कि दर्शकों ने भी इसे काफी सराहा। फिल्म के सिनेमैटोग्राफ़ी से लेकर करीना के बोल्ड और संवेदनशील अभिनय तक, सब कुछ प्रशंसा के लायक था। इस रोल के लिए करीना को बेस्ट एक्ट्रेस (क्रिटिक्स) का अवॉर्ड भी मिला।
अमीषा पटेल थीं पहली पसंद
हालांकि कम ही लोग जानते हैं कि इस दमदार भूमिका के लिए करीना मेकर्स की पहली पसंद नहीं थीं। फिल्म ‘कहो ना प्यार है’ से रातोंरात नेशनल क्रश बनीं अमीषा पटेल को पहले ‘चमेली’ ऑफर की गई थी। लेकिन किसी कारणवश उन्होंने इस फिल्म को करने से इनकार कर दिया। इसके बाद ये फिल्म करीना की झोली में आई और उनके करियर को एक नई दिशा दे गई।
अमीषा ने ठुकराईं कई हिट फिल्में
‘चमेली’ ही नहीं, अमीषा पटेल ने कई और ब्लॉकबस्टर फिल्मों को रिजेक्ट किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने ‘लगान’, ‘मुन्ना भाई एमबीबीएस’, ‘तेरे नाम’, ‘चलते चलते’, ‘यादें’, ‘मेरे यार की शादी है’, और ‘सिंह साहब दी ग्रेट’ जैसी फिल्मों को भी मना कर दिया था। ये सभी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर बड़ी हिट साबित हुईं और इनमें काम करने वाले कलाकारों को नई पहचान मिली।
करीना बनीं गंभीर अभिनेत्री की मिसाल
‘चमेली’ ने करीना कपूर की इमेज को एक ग्लैमरस एक्ट्रेस से निकालकर एक संजीदा कलाकार के रूप में स्थापित कर दिया। इस फिल्म ने यह साबित कर दिया कि करीना सिर्फ कमर्शियल फिल्मों की ही नहीं, बल्कि ऑफबीट और क्रिटिकली एक्लेम्ड सिनेमा की भी मजबूत अभिनेत्री हैं।