द लोकतंत्र: हरियाणवी डांसर और सिंगर सपना चौधरी की जिंदगी अब बड़े पर्दे पर उतरने वाली है। मशहूर फिल्ममेकर महेश भट्ट उनके जीवन पर आधारित फिल्म ‘मैडम सपना’ को प्रेजेंट कर रहे हैं। यह फिल्म सपना के संघर्ष, विवादों और निजी जीवन के अनकहे पहलुओं को दर्शाएगी।
सपना से मैडम सपना तक का सफर
एक इंटरव्यू में सपना ने बताया कि उनका जीवन संघर्ष, समाज की गंदी नजरों और ढेर सारे प्यार से भरा रहा है। उन्होंने कहा, “सपना से मैडम सपना बनने के सफर में हर तरह के इमोशन हैं, टूटना, जुड़ना, लोगों की बातें सुनना और खुद को संभालना।”
सुसाइड की कोशिश पर खुलकर बोलीं सपना
सपना ने अपने जीवन के सबसे कठिन दौर के बारे में भी बात की, जब उन्होंने आत्महत्या करने की कोशिश की थी। उन्होंने बताया कि साल 2016-17 में एक रागिनी गाने के बाद उन पर जातिवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगा। कानूनी पचड़ों और सोशल मीडिया पर मिल रही गालियों ने उन्हें तोड़ दिया। उस समय वह पढ़ाई में ज्यादा आगे नहीं थीं और केवल स्टेज से घर तक का जीवन जी रही थीं।
सपना ने कहा, “लोगों ने मेरे बारे में गलत धारणा बना ली कि डांसर होने का मतलब चरित्र खराब होना है। उस वक्त मैं इन बातों का भार नहीं सह पाई और जहर खा लिया।”
7 दिन अस्पताल में रहीं बेहोश
सुसाइड की कोशिश के बाद सपना सात दिन तक अस्पताल में बेहोश रहीं। होश आने पर उन्होंने देखा कि ऐसे लोग भी हैं जो उन्हें सच्चा प्यार करते हैं। उन्होंने एक घटना का जिक्र किया, जहां एक व्यक्ति पूरे सात दिन अस्पताल के बाहर खड़ा उनकी सलामती की दुआ करता रहा। इसने उन्हें जीवन जीने की नई प्रेरणा दी।
फिल्म में दिखेंगे सभी पहलू
‘मैडम सपना’ फिल्म में सपना के करियर की शुरुआत से लेकर बड़े विवाद, मंच पर उनकी लोकप्रियता और निजी संघर्ष तक सब दिखाया जाएगा। महेश भट्ट का कहना है कि यह कहानी सिर्फ एक डांसर की नहीं, बल्कि उस महिला की है जिसने समाज की सोच से लड़कर अपनी पहचान बनाई।
सपना का यह सफर न केवल उनके फैंस के लिए प्रेरणादायक होगा, बल्कि उन लोगों के लिए भी जो कठिन समय में हार मानने की सोचते हैं।