द लोकतंत्र/ नई दिल्ली : बिहार चुनाव 2025 की सरगर्मियां तेज हो गई हैं और इसी बीच एनडीए गठबंधन में सीटों के बंटवारे का फॉर्मूला तय हो गया है। सूत्रों के अनुसार, इस बार भी जेडीयू (JDU) गठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरकर सामने आई है और उसे सबसे अधिक 102 सीटों पर चुनाव लड़ने का मौका मिला है। वहीं, बीजेपी (BJP) को 101 सीटें दी गई हैं।
इसके अलावा, चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) LJP(R) को 25 सीटों की हिस्सेदारी मिली है। जीतन राम मांझी की पार्टी हम (HAM) को 8 सीटें, जबकि उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा (RLM) को 7 सीटों पर चुनाव लड़ने की सहमति बनी है।
पहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुक्रवार (10 अक्टूबर) से आधिकारिक रूप से शुरू हो गई है।
निर्वाचन आयोग के अनुसार, पहले चरण के चुनाव के लिए उम्मीदवार 17 अक्टूबर तक अपने नामांकन पत्र दाखिल कर सकेंगे। नामांकन पत्रों की जांच 18 अक्टूबर को होगी, जबकि नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 20 अक्टूबर तय की गई है।
बिहार में इस बार विधानसभा चुनाव दो चरणों में कराए जाएंगे। पहले चरण में 6 नवंबर 2025 को मतदान होगा, जिसमें कुल 121 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे। इस चरण में जिन जिलों में मतदान होना है, उनमें पटना, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, सहरसा, मधेपुरा, गोपालगंज, सिवान, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, लखीसराय, मुंगेर, शेखपुरा, नालंदा, बक्सर और भोजपुर जैसे प्रमुख जिले शामिल हैं।
राजनीतिक समीकरणों में नया मोड़
एनडीए में सीट बंटवारे के बाद अब निगाहें विपक्षी महागठबंधन (RJD-कांग्रेस) की रणनीति पर टिकी हैं। माना जा रहा है कि आने वाले कुछ दिनों में विपक्षी गठबंधन भी अपने सीट फॉर्मूले की घोषणा करेगा। राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि जेडीयू और बीजेपी के बीच लगभग बराबर सीटों का बंटवारा बिहार की सत्ता के लिए कड़ी टक्कर की ओर इशारा करता है।

