द लोकतंत्र : महाराष्ट्र में बीजेपी की टेंशन बढ़ गई है। सीएम शिंदे के एक कदम ने भाजपा को मुश्किलों में डाल दिया। दरअसल, महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां पूरे ज़ोर शोर से शुरू हो चुकी हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अपनी पार्टी को 100 सीटों पर लड़ाना चाहते हैं। उन्होंने एक टीम बनाकर लोगों को इलाकों में उतार दिया है और फीडबैक लिया जा रहा है। सीएम 100 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने के मूड में है और उनकी यही ज़िद भाजपा के लिए मुश्किल का सबब बनी हुई है।
महाराष्ट्र में अगले तीन-चार महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं। भाजपा, शिवसेना ( एकनाथ शिंदे) और एनसीपी ( अजीत पवार) गठबंधन में हैं। हालाँकि तीनों पार्टियों के बीच अभी सीट बंटवारे को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है, उससे पहले ही एकनाथ शिंदे का ये कदम बीजेपी के लिए टेंशन पैदा कर सकता है।
सीटों पर बनेगी बात या होगा विवाद
एकनाथ शिंदे की शिवसेना सौ सीटों पर तैयारी कर रही है। वहीं, अजीत पवार ने एनसीपी के लिये 90 सीटें माँगी हैं। शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र के उन विधानसभा क्षेत्रों जहां शिवसेना मज़बूत है; का जाएजा करने के लिए पार्टी के कुछ कार्यकर्ता, नेता, मंत्रियों की निरीक्षक के तौर पर भेजा है। यह सभी लोग पार्टी द्वारा निर्धारित विधानसभा क्षेत्रों जहां से पार्टी लड़ना चाहती है वहाँ सर्वे करेंगे और इसके बाद पूरी रिपोर्ट सीएम शिंदे को दी जाएगी। इस रिपोर्ट के जरिए पार्टी यह पता लगाएगी कि कौन से विधानसभा क्षेत्र में पार्टी कितनी मजबूत है। उसके बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
वहीं, बीजेपी 150 सीटों से ज़्यादा पर विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती है। महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटें हैं। जिसमें से ही बँटवारा होना है। ऐसे में किस पार्टी के खाते में कितनी सीटें जायेंगी इसको लेकर मंथन चल रहा है। बीजेपी का प्रयास है कि 150 सीटें उसके खाते में आए और बाक़ी बची सीटों पर शिवसेना और एनसीपी के बीच बँटवारा हो। बीजेपी ने उन सीटों को चिन्हित कर रखा है जहाँ उसे लड़ना है। शिवसेना भी उन सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारना चाहती है जहां से उन्हें जीत मिली थी।
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पिछले विधानसभा चुनाव में, जब शिवसेना में दो फाड़ नहीं हुआ था तब शिवसेना ने 127 सीटों पर चुनाव लड़ा था जिसमें 65 सीटों पर उसे जीत मिली थी। शिंदे उन 65 सीटों पर प्रत्याशी उतारना चाहते हैं। वहीं, उनकी नज़र उन 56 सीटों पर भी है जिसमें पार्टी के प्रत्याशी दूसरे नंबर पर आये थे। हालाँकि पहले वह सर्वे करेंगे और पार्टी की स्थिति का आँकलन करेंगे। उसके बाद 100 सीटों या उससे कम पर बातचीत होगी।
राह नहीं आसान, एनसीपी को भी चाहिए 90 सीटें
मौजूदा वक्त में महायुति की सरकार में बीजेपी के 105 विधायक, अजित पवार वाली एनसीपी के 42 विधायक और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के 40 विधायक हैं। महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए जादुई आँकड़ा 144 सीटों है। अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी इस बार चुनाव में 90 सीटों पर लड़ना चाहती है। इसके लिए बीते दिनों उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह से दिल्ली में मुलाक़ात भी की थी और इस बात पर जोर दिया था कि जल्द से जल्द सीटों के बँटवारे को लेकर निर्णय ले लिया जाये।