द लोकतंत्र/ लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को मेरठ में कांवड़ यात्रियों का भव्य स्वागत किया। इस अवसर पर उन्होंने हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा कर शिवभक्तों की यात्रा को सम्मान दिया और कांवड़ यात्रा की व्यवस्था का हवाई निरीक्षण भी किया। सीएम योगी ने चौधरी चरण सिंह कांवड़ मार्ग और मेरठ-मुजफ्फरनगर मार्ग का हवाई सर्वेक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों और सामाजिक संगठनों द्वारा की जा रही व्यवस्थाओं की सराहना की और कहा कि यह यात्रा सिर्फ आस्था का प्रतीक नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
कांवड़ यात्रा को बदनाम करने वालों को बेनकाब करें
सीएम योगी ने कहा, मैं हरिद्वार से पावन गंगाजल लेकर लौट रहे सभी शिवभक्तों का हृदय से स्वागत करता हूं। सरकार ने उनकी सुविधा, सुरक्षा और सम्मान के लिए हर स्तर पर पुख्ता इंतजाम किए हैं। इसके साथ ही विभिन्न सामाजिक और धार्मिक संगठनों द्वारा भी पूरे मार्ग पर श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए पंडाल, जलपान और प्राथमिक चिकित्सा जैसी व्यवस्थाएं की गई हैं। यह सबकुछ भगवान शिव के प्रति हमारी श्रद्धा और कांवड़ियों के प्रति हमारे आदर को दर्शाता है।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि कुछ तत्व कांवड़ यात्रा की पवित्रता को चोट पहुंचाने की साजिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, हमें ध्यान रखना होगा कि जहां उत्साह और उमंग है, श्रद्धा और भक्ति है, वहां कुछ अराजक तत्व उस वातावरण को बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे लोग यात्रा के नाम पर उपद्रव फैलाकर शिवभक्ति की छवि को धूमिल करना चाहते हैं। हर कांवड़ संघ और हर शिवभक्त का यह दायित्व है कि ऐसे तत्वों को बेनकाब करें और तुरंत प्रशासन को इसकी जानकारी दें।
भक्ति और उत्सव से कोई अन्य नागरिक परेशान न हो
सीएम योगी ने इस बात पर विशेष बल दिया कि कांवड़ यात्रा को लेकर किसी भी श्रद्धालु को कोई असुविधा न हो। उन्होंने कहा, सुरक्षा के साथ-साथ यह भी सुनिश्चित किया गया है कि श्रद्धालुओं को यातायात की कोई समस्या न हो, मेडिकल सुविधाएं समय पर उपलब्ध हों और मार्गों पर साफ-सफाई बनी रहे। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि उत्साह में कोई भी ऐसा कार्य न हो जिससे किसी अन्य नागरिक को तकलीफ पहुंचे। हमें यह भी सुनिश्चित करना है कि हमारी भक्ति और उत्सव से कोई अन्य नागरिक परेशान न हो। शिवभक्ति का मतलब केवल डमरू और कांवड़ नहीं है, बल्कि संयम, सहनशीलता और लोकमंगल की भावना भी शिवभक्ति का अभिन्न हिस्सा है।
उन्होंने यह भी कहा कि कांवड़ यात्रा की परंपरा भारत की धार्मिक सहिष्णुता और एकता का प्रतीक है। हर साल लाखों शिवभक्त इस यात्रा में शामिल होते हैं और पूरे प्रदेश में भाईचारे और समर्पण का वातावरण बनता है। सरकार की कोशिश है कि यह यात्रा पूरी तरह से सुरक्षित, अनुशासित और गरिमापूर्ण बने।
भगवान शिव लोकमंगल के देवता
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, भगवान शिव लोकमंगल के देवता हैं। उनकी यह यात्रा हमारे भीतर त्याग, सेवा और अनुशासन की भावना भरती है। इस यात्रा को किसी भी हाल में उपद्रव और अराजकता से जोड़ना न तो उचित है, न ही सहन किया जाएगा।
इस मौके पर मुख्यमंत्री के साथ वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस अधिकारी, और स्थानीय जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे। प्रशासन ने हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा कराने के साथ-साथ ज़मीन पर भी सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर व्यापक तैयारियां की थीं। मुख्यमंत्री की इस पहल को सामाजिक संगठनों और आमजन ने भी सराहा है। लोगों का मानना है कि सीएम योगी ने न केवल शिवभक्तों का सम्मान किया है, बल्कि कांवड़ यात्रा की गरिमा को बनाए रखने का स्पष्ट संदेश भी दिया है।