द लोकतंत्र/ लखनऊ : आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव की एक लड़की के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। शनिवार (24 मई, 2025) को यह तस्वीर तेज प्रताप यादव के ही आधिकारिक फेसबुक पेज से साझा की गई थी, जिसमें उन्होंने उस लड़की को अपनी प्रेमिका बताया था। कुछ ही देर में यह पोस्ट डिलीट कर दी गई। इसके बाद तेज प्रताप यादव ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर सफाई देते हुए कहा कि उनका सोशल मीडिया अकाउंट हैक कर लिया गया है और एआई तकनीक का दुरुपयोग करते हुए उनकी तस्वीरों को एडिट कर गलत सामग्री साझा की गई है।
अखिलेश बोले, ये एक बहुत गंभीर मामला है
इस पूरे मामले पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चिंता जाहिर करते हुए बयान जारी किया है। उन्होंने कहा है, यह समाचार चिंतनीय है कि बिहार के एक चर्चित राजनीतिक परिवार के सदस्य के सोशल मीडिया को हैक करके, उनकी तस्वीरों के साथ झूठी सामग्री प्रकाशित की गयी है। ये एक बहुत गंभीर मामला है, अगर ऐसे ही हैकिंग होती रही तो कोई इसका बेहद गंभीर और संवेदनशील दुरुपयोग भी कर सकता है या तो सच्चे व्यक्ति को बदनाम करने के लिए या कोई गलत व्यक्ति अपने आत्मप्रचार के लिए।
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उन्होंने आगे कहा, सरकार साइबर क्राइम के मामले में साइबर अपराधियों से दस क़दम आगे चलनी चाहिए क्योंकि उसके पास न तो जायज़ संसाधनों की कमी है न ही जायज़ संरचनात्मक ढाँचे की, आवश्यकता है तो बस राजनीतिक इच्छाशक्ति की। दुनिया भर में ये सर्व विदित है कि कुछ ग़लत ताक़तें साइबर की टेक्नोलॉजी को जान बूझकर पालती पोसती हैं, जिससे कि वो वक़्त पड़ने पर अपने प्रतिद्वंद्वियों या विरोधियों के ख़िलाफ़ इस्तेमाल कर सकें, इसीलिए वो साइबर क्राइम के प्रति गंभीर नहीं दिखाई देती हैं लेकिन साइबर अपराधी मौक़ापरस्त होते हैं और आस्तीन का साँप साबित होते हैं।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बेटे और आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव की एक लड़की के साथ तस्वीर 24 मई 2025 को उनके ही फेसबुक अकाउंट से पोस्ट हुई, जिसमें लड़की को उनकी गर्लफ्रेंड बताया गया था। यह पोस्ट कुछ ही देर में हटा दी गई, लेकिन तब तक तस्वीर वायरल हो चुकी थी। इसके बाद तेज प्रताप ने सफाई दी कि उनका सोशल मीडिया अकाउंट हैक कर लिया गया है और एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) की मदद से तस्वीरों को एडिट कर झूठी सामग्री फैलाई गई है।