द लोकतंत्र: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि 2024 के लोकसभा चुनावों में बड़े पैमाने पर वोटों की चोरी हुई है। उन्होंने कर्नाटक की महादेवपुरा विधानसभा सीट का हवाला देते हुए दावा किया कि यहां करीब 1 लाख से ज्यादा वोट ‘चुरा लिए गए’।
दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव प्रणाली की शुचिता खतरे में है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जब तक वोटर लिस्ट और चुनाव आयोग निष्पक्ष नहीं होते, तब तक बैलेट पेपर हो या ईवीएम, कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
“चुनाव आयोग कंप्रोमाइज्ड है”
राहुल गांधी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, “वोटिंग मशीन या बैलेट पेपर से फर्क नहीं पड़ता, जब तक चुनाव आयोग ही पक्षपाती रहेगा। अपायर दूसरी टीम का है, तो खेल कैसा होगा?”
टीवी9 भारतवर्ष के सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि जब विपक्ष जीतता है, तब सब ठीक रहता है, लेकिन जब हारता है तो उसे धांधली नजर आती है, यह तर्क बचकाना है। उन्होंने कहा, “हमारे पास महादेवपुरा विधानसभा सीट के डेटा हैं, जो चुनाव आयोग से मिले हैं, और वे दिखाते हैं कि कुछ गड़बड़ जरूर हुई है।”
महादेवपुरा सीट पर ध्यान क्यों?
राहुल ने बताया कि कांग्रेस के इंटरनल सर्वे के मुताबिक, कर्नाटक में उन्हें 16 सीटें जीतनी चाहिए थीं, लेकिन सिर्फ 9 मिलीं। जब 7 अप्रत्याशित हारों पर विश्लेषण किया गया, तो महादेवपुरा सीट सबसे संदिग्ध पाई गई।
उन्होंने दावा किया, “इस क्षेत्र में बीजेपी को 2,29,632 और कांग्रेस को 1,15,586 वोट मिले, यानी अंतर 1,14,046 का था। लेकिन जब हमने समग्र आंकड़े देखे तो पता चला कि कुल 6.5 लाख वोटों में से लगभग 1 लाख 250 वोट ‘गायब’ या ‘गड़बड़’ थे।”
न्यायपालिका से हस्तक्षेप की मांग
राहुल गांधी ने कहा कि यह केवल चुनाव आयोग की विफलता नहीं है, बल्कि लोकतंत्र की बुनियादी व्यवस्था पर हमला है। उन्होंने न्यायपालिका से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग भी की।
उन्होंने अंत में कहा, “यह मेरी नहीं, देश की लड़ाई है। अगर वोट ही सुरक्षित नहीं है, तो लोकतंत्र भी सुरक्षित नहीं रह सकता।”