द लोकतंत्र/ पटना : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने मंगलवार (21 अक्टूबर) को अपने उम्मीदवारों की सूची जारी करते हुए राजनीतिक हलचल तेज कर दी। आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि पार्टी ने इस बार महिलाओं को विशेष प्राथमिकता दी है। सबसे अधिक 24 महिला उम्मीदवारों को टिकट देकर महिलाओं की राजनीतिक भागीदारी को सशक्त किया गया है। तिवारी ने कहा कि पार्टी ने हर जाति और धर्म का संतुलन बनाए रखा है और टिकट उन्हीं प्रत्याशियों को दिया गया है जिनमें जीत की संभावनाएं सबसे अधिक हैं।
उन्होंने स्पष्ट किया, जिन विधायकों का टिकट कटा है, उन्हें पार्टी ने पहले सम्मान और जिम्मेदारी दी थी, आगे भी पार्टी उनके साथ मजबूती से खड़ी रहेगी। तिवारी के मुताबिक, कुछ पूर्व विधायकों ने नामांकन दाखिल भी कर दिया है, लेकिन जनता तेजस्वी यादव के चेहरे पर ही वोट करेगी। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में पार्टी हित को सर्वोपरि रखना हर कार्यकर्ता का कर्तव्य है।
महागठबंधन को समझना होगा मजबूरियां, JMM की नाराजगी पर RJD का जवाब
जेएमएम (झारखंड मुक्ति मोर्चा) की सीट बंटवारे को लेकर नाराजगी पर प्रतिक्रिया देते हुए तिवारी ने कहा कि तेजस्वी यादव ने महागठबंधन के हर सहयोगी दल को सम्मान देने की कोशिश की है, लेकिन गठबंधन राजनीति की अपनी कुछ सीमाएं होती हैं। उन्होंने कहा, महागठबंधन में सबको सम्मान देने के फॉर्मूले पर ही काम हुआ है। आरजेडी बिहार में सबसे बड़ी ताकत है और जो लड़ाई हम यहां लड़ रहे हैं, उससे महागठबंधन को राष्ट्रीय स्तर पर मजबूती मिलेगी।
एनडीए में मची खींचतान, ‘फ्रेंडली फाइट’ पर पलटवार
चिराग पासवान के उस बयान पर भी मृत्युंजय तिवारी ने प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि बिहार में महागठबंधन की कई सीटों पर ‘फ्रेंडली फाइट’ चल रही है। इस पर तिवारी ने पलटवार करते हुए कहा, एनडीए में ही असली लड़ाई चल रही है। जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा के बयान सबके सामने हैं। अगर कुछ सीटों पर कांग्रेस और आरजेडी के बीच सीधा मुकाबला है, तो इसमें कोई नुकसान नहीं, बल्कि लोकतंत्र की मजबूती है।
तिवारी ने आत्मविश्वास से कहा, फ्रेंडली फाइट वाली सीटों पर एनडीए को कोई लाभ नहीं मिलेगा। मुश्किल से 10 सीटों पर वे बढ़त बना पाएंगे, बाकी पर तो तेजस्वी यादव की लहर है। हमारे यहां सब ऑल इज़ वेल है।

