द लोकतंत्र: सावन का महीना भगवान शिव की आराधना का पवित्र समय माना जाता है, और जब यह महीना शनिवार से जुड़ जाता है, तो यह दिन और भी शुभ हो जाता है। शनिवार का दिन न्याय के देवता शनि देव को समर्पित होता है, जिन्हें भगवान शिव का प्रिय शिष्य माना जाता है। ऐसे में सावन के शनिवार को शिव और शनि दोनों की पूजा करने से विशेष पुण्य और लाभ की प्राप्ति होती है।
क्यों है खास सावन का शनिवार?
शनि देव और महादेव के बीच गुरु-शिष्य का संबंध है। मान्यता है कि इस दिन इन दोनों की पूजा करने से न केवल शनि दोष दूर होते हैं, बल्कि भक्तों को स्वास्थ्य, समृद्धि और मानसिक शांति भी प्राप्त होती है।
सावन शनिवार को करें ये विशेष उपाय:
दान करें भोजन सामग्री:
सावन के हर शनिवार निर्धनों को अन्न, फल या जल दान करें। इससे रोजगार की बाधाएं दूर होती हैं और आर्थिक संकट समाप्त होते हैं।
सरसों के तेल का दीपक जलाएं:
पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल में काले तिल डालकर दीपक जलाएं। इसके बाद शिव मंत्र “ॐ नमः शिवाय” और शनि मंत्र “ॐ शं शनैश्चराय नमः” का जाप करें।
शनि दोष से मुक्ति:
जिन लोगों की कुंडली में साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही हो, उन्हें सावन शनिवार को शनि पूजा से लाभ मिलता है। यह दिन कर्म शुद्धि और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा के लिए विशेष होता है।
सावन का शनिवार केवल धार्मिक रूप से ही नहीं, बल्कि आध्यात्मिक उन्नति और मानसिक शांति के लिए भी महत्वपूर्ण होता है। नियमित पूजा, दान और मंत्र जाप से न केवल शनि दोष से मुक्ति मिलती है, बल्कि जीवन में सुख-समृद्धि का मार्ग भी प्रशस्त होता है।