द लोकतंत्र: वास्तु शास्त्र के अनुसार पूजा घर सिर्फ आस्था और भक्ति का स्थान नहीं होता, बल्कि यह सकारात्मक ऊर्जा, शांति और समृद्धि का केंद्र भी माना जाता है। घर के मंदिर में दीपक, अगरबत्ती और फूल अर्पित करने की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है। लेकिन इन वस्तुओं को सही दिशा और नियमों के साथ रखने से पूजा का प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है।
आइए जानते हैं वास्तु शास्त्र के अनुसार पूजा घर में दीपक, अगरबत्ती और फूल रखने के सही नियम:
दीपक रखने के वास्तु नियम
पूजा घर में दीपक हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा में रखना शुभ माना गया है।
पूजा करते समय दीपक की लौ का रुख पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए।
शाम के समय घी का दीपक जलाना घर में सुख-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा लाता है।
नियम है कि दीपक को कभी भी दक्षिण-पश्चिम दिशा में न रखें, इससे नकारात्मकता बढ़ सकती है।
अगरबत्ती रखने के वास्तु नियम
अगरबत्ती को भगवान की मूर्ति या चित्र के दाईं ओर जलाना चाहिए।
इसे दक्षिण-पूर्व दिशा में रखने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
बुझी हुई अगरबत्ती पूजा घर में नहीं रखनी चाहिए, इससे नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ता है।
अगरबत्ती की राख को इधर-उधर न फेंकें, बल्कि मिट्टी के गमले या किसी साफ जगह पर डालें।
फूल रखने के वास्तु नियम
भगवान को हमेशा ताजे और सुगंधित फूल ही अर्पित करें।
मुरझाए या टूटे फूलों का उपयोग पूजा घर में करना अशुभ माना जाता है।
फूलों को पूर्व या उत्तर दिशा में रखना शुभ होता है।
बेलपत्र, तुलसी और कमल के फूल पूजा में विशेष महत्व रखते हैं।
अर्पित किए गए फूलों को रोज बदलना चाहिए ताकि पूजा घर में ताजगी और सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे।
वास्तु शास्त्र का मानना है कि पूजा घर में वस्तुओं की सही दिशा और नियमों का पालन करने से घर में सुख-शांति, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। दीपक, अगरबत्ती और फूल न केवल भक्ति को गहरा करते हैं बल्कि इनसे वातावरण भी शुद्ध और पवित्र बनता है।