द लोकतंत्र : स्वदेशी इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप Arattai ने लॉन्चिंग के शुरुआती दिनों में ही अपनी तेज स्पीड और भारतीय मूल के कारण लोगों के बीच तेजी से लोकप्रियता हासिल कर ली थी। इस ऐप की पॉपुलैरिटी इतनी ज्यादा बढ़ी थी कि यह कुछ समय के लिए गूगल प्ले स्टोर और ऐपल ऐप स्टोर पर नंबर 1 पर ट्रेंड करने लगा था। हालांकि, हाल ही में इस ऐप की रैंकिंग में एक बड़ी गिरावट देखने को मिली, जिसका एक बड़ा कारण चैट्स के लिए एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन (E2E) का न होना माना जा रहा था।
यूजर्स की प्राइवेसी संबंधी चिंताओं के बीच, Zoho के फाउंडर श्रीधर वेम्बू ने अब एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन पर एक बड़ा और सकारात्मक अपडेट दिया है, जिससे यह उम्मीद जगी है कि ऐप एक बार फिर अपनी खोई हुई रफ्तार और यूजर्स का भरोसा वापस हासिल कर लेगा।
प्राइवेसी पर श्रीधर वेम्बू का बड़ा अपडेट
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर एक यूजर ने श्रीधर वेम्बू से सीधे इस महत्वपूर्ण फीचर को लेकर सवाल किया।
यूजर का सवाल: “अराटाई में चैट के लिए E2E कब तक दिया जा सकता है? E2E के बिना अराटाई को अपनाना मुश्किल होगा और इसकी गति धीमी पड़ जाएगी। मुझे उम्मीद है कि आप जल्द ही यह सुविधा लाएंगे।”
वेम्बू का जवाब: यूजर के इस सवाल के जवाब में श्रीधर वेम्बू ने पुष्टि की और लिखा, “एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन जल्द ही अराटाई में उपलब्ध होगा।” उन्होंने आगे स्पष्ट किया कि यह सुविधा जल्द ही मिलेगी लेकिन फिलहाल अभी टेस्टिंग चल रही है।
यह बयान उन सभी यूजर्स के लिए बड़ी राहत लेकर आया है जो प्राइवेसी फीचर्स के कारण इस ऐप का इस्तेमाल करने से हिचक रहे थे।
Arattai Chats End to End Encryption का महत्व
एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन (E2E) किसी भी मैसेजिंग ऐप का एक सबसे महत्वपूर्ण सुरक्षा फीचर होता है।
प्राइवेसी की गारंटी: E2E इस बात को सुनिश्चित करता है कि सेंडर (संदेश भेजने वाला) और रिसीवर (संदेश प्राप्त करने वाला) के अलावा कोई भी, यहां तक कि प्लेटफॉर्म (Arattai) भी, मैसेज को एक्सेस या पढ़ नहीं सकता है।
भरोसा बहाल: Arattai Chats पर E2E एन्क्रिप्शन के आने के बाद लोगों का इस ऐप पर फिर से भरोसा बढ़ सकता है, क्योंकि अभी लोगों को चैट्स की प्राइवेसी को लेकर चिंता सता रही है।
WhatsApp जैसे लोकप्रिय मैसेजिंग प्लेटफॉर्म पर यूजर्स को पहले से ही E2E एन्क्रिप्शन की सुविधा मिलती है, जिससे कि यूजर्स बिना किसी चिंता के एक-दूसरे से बातचीत कर पाते हैं।
एक महत्वपूर्ण अंतर:
एक बात जो यहां पर गौर करने वाली है वह यह है कि Arattai पर फिलहाल चैट्स के लिए एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन नहीं है, लेकिन प्लेटफॉर्म पर कॉल्स (Calls) के लिए एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन की सुविधा पहले से ही मिलती है। जैसे ही चैट के लिए यह सुविधा रोलआउट होगी, Arattai सही मायने में WhatsApp को टक्कर देने वाला एक संपूर्ण स्वदेशी विकल्प बन जाएगा।
चूंकि फीचर की टेस्टिंग चल रही है, ऐसे में उम्मीद है कि जल्द ही Arattai यूजर्स को चैट प्राइवेसी का यह मजबूत कवच मिल जाएगा।

