द लोकतंत्र: खराब मौसम की चेतावनी और शनिवार रात से जारी हल्की बारिश के बावजूद अमरनाथ यात्रा पर श्रद्धालुओं की आस्था डिगी नहीं। रविवार तड़के आठ हजार से अधिक श्रद्धालुओं का नया जत्था बालटाल और पहलगाम दोनों मार्गों से अमरनाथ की पवित्र गुफा के लिए रवाना हुआ।
प्रशासन की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, तीर्थयात्रियों को बालटाल स्थित सोनमर्ग और नुनवान, पहलगाम आधार शिविर से रवाना होने की अनुमति दी गई। इसके अलावा जम्मू से भगवती नगर स्थित आधार शिविर से भी यात्रा की अनुमति दी गई है।
इस ताजा जत्थे में 6,365 तीर्थयात्री शामिल हैं, जिनमें 1,499 महिलाएं और 441 बच्चे भी शामिल हैं। यह जत्था सुबह सख्त सुरक्षा व्यवस्था के बीच अनंतनाग के नुनवान और गांदेरबल के बालटाल शिविरों के लिए रवाना हुआ।
दो मार्ग, एक लक्ष्य – भगवान शिव के दर्शन
अधिकारियों के अनुसार, 119 वाहनों के काफिले में 3,514 श्रद्धालु पहलगाम मार्ग से रवाना हुए, जबकि 92 वाहनों में 2,851 तीर्थयात्रियों ने बालटाल मार्ग को चुना। इन श्रद्धालुओं में 135 साधु-साध्वियां भी शामिल हैं जो विशेष आध्यात्मिक ऊर्जा और साधना के साथ इस यात्रा में सहभागी हो रहे हैं।
अब तक 2.75 लाख से अधिक ने किए दर्शन
3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा मंदिर में बर्फ से स्वयं निर्मित शिवलिंग के दर्शन हेतु यह यात्रा 3 जुलाई से शुरू हुई थी और 38 दिनों तक चलने वाली यह वार्षिक तीर्थयात्रा 9 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन समाप्त होगी। अब तक 2.75 लाख से अधिक तीर्थयात्री दर्शन कर चुके हैं।
प्रशासन की सतर्कता और श्रद्धालुओं की आस्था
खराब मौसम की चेतावनी के बावजूद यात्रा को पूरी सुरक्षा और प्रशासनिक सतर्कता के साथ संचालित किया जा रहा है। मौसम विभाग ने आगे भी बारिश की संभावना जताई है, लेकिन श्रद्धालुओं के उत्साह में कोई कमी नहीं आई है।