द लोकतंत्र: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर रेलवे स्टेशन पर शनिवार को उस समय हड़कंप मच गया जब कांवड़ यात्रा पर निकले कुछ युवकों ने एक CRPF जवान को बुरी तरह पीट दिया। घटना उस वक्त हुई जब जवान ब्रह्मपुत्र एक्सप्रेस पकड़ने के लिए टिकट काउंटर पर खड़ा था।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जवान की कुछ कांवड़ियों से हल्की-फुल्की कहासुनी हुई जो देखते ही देखते हिंसा में बदल गई। आरोप है कि 5 से 7 युवकों ने मिलकर जवान को घेर लिया और रेलवे स्टेशन के फर्श पर गिराकर लात-घूंसे, थप्पड़ और गालियों से हमला किया।
वीडियो बना रहे थे लोग, कोई बचाने नहीं आया
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें साफ देखा जा सकता है कि CRPF जवान मदद के लिए चीख रहा है लेकिन आसपास मौजूद लोग वीडियो बनाने में व्यस्त रहे। जवान को जमीन पर लिटाकर बार-बार मारा गया, जिससे उसे गंभीर चोटें आईं।
पुलिस ने संभाली स्थिति, 7 आरोपी हिरासत में
घटना की सूचना मिलते ही रेलवे पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस ने मारपीट में शामिल 5 से 7 आरोपियों को मौके से हिरासत में ले लिया। इन सभी के खिलाफ सरकारी कर्मचारी से मारपीट, अशांति फैलाने और अभद्रता जैसी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
रेलवे पुलिस अधिकारियों का कहना है कि घटनास्थल पर मौजूद वीडियो फुटेज और प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों के आधार पर बाकी आरोपियों की भी पहचान की जा रही है।
जवान की हालत स्थिर, जांच जारी
घायल जवान को मौके पर ही प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटना की गहन जांच जारी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
कांवड़ यात्रा में बढ़ती अराजकता पर सवाल
यह घटना न सिर्फ सुरक्षा बलों के मनोबल पर सवाल उठाती है बल्कि कांवड़ यात्रा के दौरान बढ़ती अराजकता और भीड़तंत्र की मानसिकता को भी उजागर करती है। अब सवाल यह है कि धार्मिक यात्राओं के नाम पर कानून हाथ में लेना कितना उचित है?