द लोकतंत्र : प्रधानंमत्री नरेंद्र मोदी चार दिवसीय विदेश यात्रा पूरी कर स्वदेश लौट आए हैं। स्वदेश लौटने के तुरंत बाद पीएम मोदी ने चंद्रयान-3 की चांद पर ऐतिहासिक सॉफ्ट लैंडिंग को सफल बनाने वाले वैज्ञानिकों से मुलाकात की। वैज्ञानिकों से बेंगलुरू में मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे। दिल्ली एयरपोर्ट पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उनका स्वागत किया। इस दौरान लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज जब मैं इसरो पहुंचा तो चंद्रयान द्वारा जो तस्वीरें ली गई थीं, उन्हें पहली बार रिलीज करने का सौभाग्य हासिल हुआ।
पीएम मोदी बोले इंडिया इज ऑन द मून
पीएम ने कहा कि सभी वैज्ञानिकों को मेरा सैल्यूट। हम वहां पहुंचे जहां कोई नहीं पहुंचा था। हमने वो कर दिया जो आज तक कोई नहीं कर पाया था। इंडिया इज ऑन द मून। चंद्रयान 3 की लैंडिंग का पल अमर हो गया है। डार्क जोन में जाकर भी हमने रोशनी फैलाई है। भारत चांद की तस्वीरें दुनिया को दिखा रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि आज मैंने चंद्रयान-2 के प्वाइंट का भी नामकरण किया और उस प्वाइंट का नाम रखा है- तिरंगा। हर संकटों से जूझने का सामर्थ्य तिरंगा देता है। उन्होंने कहा कि मैंने ब्रिक्स समिट में भी देखा कि शायद ही दुनिया का कोई व्यक्ति हो, जो चंद्रयान की बात न की हो, बधाई न दी हो। जो बधाईयां हमें वहां मिली हैं, वो आते ही हमने सभी वैज्ञानिकों के सामने उसे सुपुर्द कर दिया।
पीएम ने कहा, मुझे यह देख कर बेहद खुशी है कि नया भारत, नई गति और नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रहा है। हम एक के बाद एक दुनिया में अपनी धाक जमा रहे हैं। पूरी दुनिया इस चीज को अनुभव भी कर रही है, स्वीकार भी कर रही है और हमें सम्मान भी दे रही है।
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वहीं, लैंडिग वाली जगह का नाम शिवशक्ति रखे जाने पर विवाद की शुरूआत हो गई है। मौलाना सैफ अब्बास नकवी ने कहा कि हमारे मुल्क के साइंटिस्टों ने और इंडियन रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन ने जो कामयाबी हासिल की है ये कामयाबी मुल्क की कामयाबी है। इसको इस तरह से कहना सही नहीं है। इसका नाम हिंदुस्तान होना चाहिए। जहां विक्रम लैंडर लैंड किया, उसका नाम भारत रखना चाहिये था। हिंदुस्तान रखते, इंडिया रखते। ये मुनासिब होता।