द लोकतंत्र: भारतीय रसोई में चावल को हमेशा से खास जगह मिली है। ज्यादातर लोग सफेद चावल (White Rice) का सेवन करते हैं, लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि व्हाइट राइस उतना हेल्दी नहीं होता। इसमें फाइबर और आवश्यक पोषक तत्वों की कमी होती है और यह ब्लड शुगर लेवल को तेजी से बढ़ा सकता है। यही कारण है कि लोग अब ब्राउन राइस (Brown Rice) और सामक राइस (Samak Rice) की ओर रुख कर रहे हैं।
लेकिन सवाल उठता है कि आखिर दोनों में से बेहतर विकल्प कौन सा है? आइए जानते हैं।
ब्राउन राइस के फायदे
ब्राउन राइस को सफेद चावल से ज्यादा हेल्दी माना जाता है क्योंकि इसमें फाइबर, मैग्नीशियम, मैंगनीज, सेलेनियम और विटामिन बी कॉम्प्लेक्स अच्छी मात्रा में मौजूद होते हैं। यह पाचन को बेहतर बनाने, वजन नियंत्रित रखने और डायबिटीज के मरीजों के लिए ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मददगार है। साथ ही इसमें एंटीऑक्सीडेंट भी होता है, जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाता है।
सामक राइस के फायदे
सामक राइस को आमतौर पर व्रत (fasting) में खाया जाता है। यह ग्लूटेन-फ्री होता है और इसमें फाइबर, प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, पोटेशियम और विटामिन ए, सी, ई पाए जाते हैं। सामक राइस की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें कैलोरी कम होती है, जिससे यह वजन कम करने वालों के लिए बेहतरीन विकल्प है। साथ ही यह पाचन को मजबूत बनाता है और शुगर लेवल को संतुलित रखने में मदद करता है।
पोषण तुलना (Nutrition Comparison)
पोषक तत्व | सामक राइस | ब्राउन राइस |
---|---|---|
कैलोरी | 163 kcal | 248 kcal |
कार्बोहाइड्रेट | 35 g | 52 g |
फाइबर | 3.6 g | 3.2 g |
प्रोटीन | 7.7 g | 5.5 g |
फैट | 2.7 g | 2 g |
कौन है बेहतर?
दोनों ही चावल के अपने फायदे हैं।
- ब्राउन राइस डायबिटीज मरीजों और उन लोगों के लिए अच्छा है, जिन्हें ब्लड शुगर और वजन कंट्रोल करना है।
- सामक राइस फास्टिंग और वजन घटाने वालों के लिए बेहतर है क्योंकि इसमें कैलोरी कम और फाइबर ज्यादा है।
अगर आप सेहतमंद विकल्प की तलाश में हैं, तो अपनी ज़रूरत और डाइट गोल के हिसाब से ब्राउन राइस और सामक राइस चुन सकते हैं।