द लोकतंत्र : लोकसभा चुनाव के नज़दीक आते ही इंडी अलायंस (INDI Alliance) ऐसा डूबता जहाज़ बन गई है जिसे छोड़कर उसके घटक दल तेज़ी से जा रहे हैं। बिहार में नीतीश कुमार पहले ही एनडीए से हाथ मिला चुके हैं तो यूपी में जयंत चौधरी के एनडीए जॉइन करने की संभावना वाली ख़बर भी सियासी तपिश बढ़ा चुकी है। बंगाल में ममता भी नाराज़ हैं और अभी तक सीट शेयरिंग को लेकर पेंच फँसा हुआ है। ऐसे में, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी मौजूदा इंडी अलायंस को छोड़ने का मन बना चुके हैं।
INDI Alliance से दूरी बना रही AAP?
बता दें, आम आदमी पार्टी गुजरात, हरियाणा, पंजाब और गोवा के लिए लोकसभा उम्मीदवारों के नाम तय करने के लिए 13 फरवरी को अपनी राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक करेगी। इससे पूर्व इंडी अलायंस के साथी दल कांग्रेस के साथ लंबी सीट शेयरिंग को लेकर बात न बनने से निराश AAP ने गुरुवार को असम में तीन लोकसभा क्षेत्रों के लिए पार्टी के उम्मीदवारों की घोषणा की।
दरअसल, ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) में कांग्रेस के साथ सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत में वक़्त लग रहा है। ‘आप’ ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर गुवाहाटी समेत असम की तीन सीट के लिए बृहस्पतिवार को अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है और जल्द ही वह बाक़ी राज्यों में भी अपने प्रत्याशी तय करेगी।
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इससे पहले ‘आप’ नेताओं ने कहा था कि पार्टी दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, गुजरात और गोवा में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस के साथ बातचीत कर रही है। हालाँकि ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पहले ही चैतर वसावा को गुजरात की भरूच सीट से पार्टी का उम्मीदवार घोषित कर चुके हैं।