द लोकतंत्र : सर्दियों के साथ ही वेडिंग सीजन की शुरुआत हो जाती है, और इस वजह से बाजारों में खरीदारी के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ने लगती है। स्ट्रीट शॉप्स से लेकर बड़े मॉल और शोरूम तक, हर जगह रौनक देखने को मिलती है। दिल्ली के बाजारों की बात करें तो शादी की शॉपिंग के लिए लोग ज्यादातर चांदनी चौक की तरफ ही रुख करते हैं।
लहंगा, शेरवानी, साड़ियों और ट्रेंडी ज्वेलरी की खरीदारी लोग खासतौर पर दिल्ली के इस सबसे पुराने बाजार से ही करना पसंद करते हैं। वेडिंग सीजन अब शुरू हो चुका है, ऐसे में अगर आपके यहां भी किसी की शादी है और आपको कपड़े या गहने खरीदने के लिए चांदनी चौक जाना है, तो यहां आपको उन 5 गलतियों के बारे में जानना चाहिए जो आपको नहीं करनी चाहिए, ताकि आपकी शॉपिंग सुखद और किफायती रहे।
चांदनी चौक शॉपिंग में न करें ये 5 गलतियां
1. बिना प्लानिंग के जाना (Not Planning Ahead)
ज्यादातर लोग शॉपिंग करने में सबसे बड़ी गलती पहले से प्लानिंग न करना करते हैं। चांदनी चौक जाने से पहले यह तय कर लें कि आपको क्या-क्या खरीदारी करनी है—चाहे वह लहंगा हो, साड़ियां हों, या मसाले। इसके हिसाब से आप तय कर पाएंगे कि आपको किन-किन दुकानों और गलियों में जाना है। यहां भीड़ काफी ज्यादा होती है और संकरी गलियां हैं। अगर आप बिना प्लानिंग के जाते हैं तो आपका समय बहुत ज्यादा बर्बाद होगा और आप थककर परेशान हो जाएंगे। अगर पहले चांदनी चौक से कभी शॉपिंग न की हो तो साथ में किसी ऐसे व्यक्ति को लेकर जाएं जो आपको बता सके कि कहां पर क्या मिलता है।
2. मेंटली प्रिपेयर न रहना (Lack of Mental Preparation)
चांदनी चौक में शॉपिंग करने जाना है तो खुद को पहले ही मानसिक रूप से तैयार कर लें। यहां की संकरी गलियों का नेटवर्क आपको भूलभुलैया जैसा लग सकता है। हर तरफ दुकानें, चलते-रुकते लोगों की भीड़, ऑटो-रिक्शा और टू व्हीलर का ट्रैफिक रहता है। इस सिचुएशन में किसी से भी बहस करना सिर्फ आपका मूड ही खराब करेगा। सबसे बेस्ट तरीका है कि आप इस माहौल को स्वीकार करें और धैर्य रखकर सिर्फ अपनी शॉपिंग पर ध्यान केंद्रित रखें। संकरी गलियों में खोने के बाद आप खीझ न जाएं, इसके लिए कुछ खास जगहों, साइन बोर्ड्स, दुकानों पर लिखे नामों आदि पर ध्यान देते हुए चलें।
3. बार्गेनिंग स्किल्स का उपयोग न करना (Poor Bargaining Skills)
अगर आप उन लोगों में से हैं जिनमें बार्गेनिंग स्किल यानी मोलभाव करने का कौशल नहीं है, तो चांदनी चौक में जाकर शॉपिंग करना आपके लिए फायदा की बजाय नुकसान का सौदा हो सकता है। मोलभाव करना चांदनी चौक के शॉपिंग कल्चर का सबसे जरूरी हिस्सा है। आपके अंदर बातचीत करने की निपुणता होना, दाम को कम करना आना और किसी की बातों से इंफ्लुएंस होकर चीजें न खरीदना जैसी स्किल्स होनी चाहिए। मोलभाव में मदद के लिए किसी करीबी या अनुभवी व्यक्ति की मदद जरूर लें।
4. सही दिन न चुनना (Choosing the Wrong Day)
चांदनी चौक में आपको हर दिन ही खूब हलचल देखने को मिलेगी, लेकिन अगर आप यह सोच रहे हैं कि वीकेंड यानी शनिवार और रविवार को शॉपिंग करने जाएंगे तो आपको खासा परेशानी हो सकती है। इन दिनों के दौरान ज्यादातर लोगों की छुट्टी होती है और वे खरीदारी करने से लेकर चांदनी चौक के प्रसिद्ध व्यंजनों का लुत्फ उठाने आते हैं। ऐसे में भीड़ और भी ज्यादा बढ़ जाती है, जिससे खरीदारी करना मुश्किल हो जाता है। इसलिए कोशिश करें कि चांदनी चौक एक्सप्लोर करना है तो वीक डे (सोमवार से शुक्रवार) को ही चुनें।
5. सामान की देखरेख में लापरवाही (Neglecting Security)
चांदनी चौक बहुत ही भीड़ भरी बाजार है, इसलिए यहां पर अपने पर्स से लेकर मोबाइल और खरीदे गए सामान का खासतौर पर ध्यान रखने की जरूरत होती है। अगर यहां पर आपने जरा सी भी चूक की, तो चोरी या जेबकतरी का भारी नुकसान हो सकता है। अपने साथ कैश रखें, क्योंकि कुछ दुकानों में अब भी सिर्फ कैश ही देना होता है, लेकिन इसे अलग-अलग जगहों पर रखना सही रहता है ताकि सुरक्षा बनी रहे।

