द लोकतंत्र: बढ़ता हुआ कोलेस्ट्रॉल अब आम परेशानी बन चुकी है, और इसकी वजह है गलत खानपान, भागदौड़ भरी जिंदगी और शारीरिक गतिविधियों की कमी। लेकिन अच्छी खबर ये है कि इस खतरे से निपटने के लिए आपको महंगे इलाज या दवाओं की नहीं, बल्कि अपनी रसोई में रखे कुछ खास बीजों की जरूरत है। ये बीज आपकी सेहत के लिए एक प्राकृतिक कवच की तरह काम करते हैं। आइए जानते हैं किन बीजों को अपनी डाइट में शामिल कर आप दिल को रख सकते हैं हेल्दी और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल में।
अलसी के बीज (Flax Seeds)
अलसी के बीज ओमेगा-3 फैटी एसिड और फाइबर का बेहतरीन स्रोत हैं। इनमें मौजूद लिगनेन नामक तत्व LDL यानी खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और हार्ट डिजीज के खतरे को घटाता है।
कैसे लें: रोजाना एक चम्मच पिसी हुई अलसी को दही, ओट्स या स्मूदी में मिलाकर खाएं।
चिया सीड्स (Chia Seeds)
चिया बीज सॉल्युबल फाइबर और ओमेगा-3 फैट्स से भरपूर होते हैं, जो न सिर्फ कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं, बल्कि ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित रखते हैं।
कैसे लें: रातभर भिगोकर सुबह पानी के साथ लें या योगर्ट और पैनकेक में डालें।
सूरजमुखी के बीज (Sunflower Seeds)
ये बीज विटामिन E, मैग्नीशियम और हेल्दी फैट्स से भरपूर होते हैं। इनमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर में सूजन को कम करते हैं और हृदय को स्वस्थ रखते हैं।
कैसे लें: नमक रहित रोस्टेड बीजों को स्नैक की तरह खाएं।
तिल के बीज (Sesame Seeds)
तिल में लिगनेन और फाइटोस्टेरॉल होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल के अवशोषण को रोकते हैं।
कैसे लें: इन्हें चटनी, सलाद या पराठों में मिलाकर खा सकते हैं। सफेद और काले दोनों तिल फायदेमंद हैं।
कद्दू के बीज (Pumpkin Seeds)
ये बीज मैग्नीशियम और जिंक से भरपूर होते हैं, जो दिल को मजबूत बनाने में मदद करते हैं।
कैसे लें: स्नैक के रूप में खाएं या ग्रेनोला/ट्रेल मिक्स में डालें।
मेथी के बीज (Fenugreek Seeds)
मेथी के बीज में सॉल्युबल फाइबर होता है, जो कोलेस्ट्रॉल को खून में अवशोषित होने से रोकता है।
कैसे लें: रातभर भिगोए हुए मेथी के दाने सुबह खाली पेट लें।
कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करना अगर नेचुरल और आसान तरीके से मुमकिन हो तो क्यों न उसे अपनाया जाए? ये छोटे-छोटे बीज आपकी डेली डाइट में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। थोड़ा सा स्वाद और थोड़ा सा संयम आपके दिल को सालों तक सेहतमंद बनाए रख सकता है।
नोट: कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल के लिए बीजों को डाइट में शामिल करें, पर किसी भी स्वास्थ्य समस्या में डॉक्टर की सलाह ज़रूरी है।