द लोकतंत्र: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी, अनियमित खानपान और तनाव ने हमारी सेहत को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है। फास्ट फूड, नींद की कमी और व्यस्त दिनचर्या के कारण हमारा इम्यून सिस्टम कमजोर हो रहा है, जिससे सर्दी, खांसी, फ्लू और वायरल संक्रमण जैसी बीमारियां आम हो गई हैं। ऐसे समय में हमें अपनी डाइट में ऐसे फूड्स शामिल करने की जरूरत है, जो पोषक तत्वों से भरपूर हों और शरीर को अंदर से मजबूत बनाएं। इन्हीं में से एक है मोरिंगा यानी सहजन।
आयुर्वेद में मोरिंगा का इस्तेमाल सदियों से होता आ रहा है। इसके पत्ते विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट्स का खजाना माने जाते हैं। मोरिंगा में विटामिन A, विटामिन C, कैल्शियम, पोटैशियम, आयरन और प्रोटीन भरपूर मात्रा में होते हैं। इसकी पत्तियों में गाजर से ज्यादा बीटा-कैरोटीन पाया जाता है, जो आंखों और हड्डियों के लिए बेहद फायदेमंद है।
मोरिंगा के प्रमुख फायदे
इम्यूनिटी को मजबूत बनाता है
मोरिंगा में मौजूद विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं। इसका नियमित सेवन वायरल और बैक्टीरियल इंफेक्शन से बचाव करता है।
हड्डियों के लिए लाभकारी
इसमें पाया जाने वाला कैल्शियम और पोटैशियम हड्डियों को मजबूती देता है और आर्थराइटिस या जोड़ों के दर्द में राहत पहुंचाता है।
डायबिटीज में मददगार
मोरिंगा के पत्ते ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं, जिससे टाइप-2 डायबिटीज के खतरे को कम किया जा सकता है।
मेनोपॉज के लक्षण कम करता है
मेनोपॉज के दौरान होने वाले मूड स्विंग्स, थकान और हार्मोनल असंतुलन में मोरिंगा का सेवन राहत प्रदान कर सकता है।
आयरन की कमी दूर करता है
मोरिंगा आयरन का बेहतरीन स्रोत है, जो एनीमिया से पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद है।
सेवन का तरीका
मोरिंगा को सब्जी, सूप, पाउडर या चाय के रूप में डाइट में शामिल किया जा सकता है। हालांकि, किसी भी सप्लीमेंट को शुरू करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।