द लोकतंत्र : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने 3 दिसंबर 2025 को मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले में आयोजित जनजाति गौरव दिवस एवं प्रतिभा सम्मान समारोह में राज्य के जनजातीय समुदाय के सर्वांगीण विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 475 करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्यों का भूमि पूजन एवं लोकार्पण किया, जो क्षेत्रीय बुनियादी ढांचे को मजबूती प्रदान करेगा। उन्होंने अंबागढ़ चौकी को राजस्व अनुभाग बनाने और सर्व सुविधायुक्त ऑडिटोरियम निर्माण की भी घोषणा की।
मोदी की गारंटी: दो साल में वादे पूरे
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में केंद्र सरकार और छत्तीसगढ़ सरकार आदिवासियों के हितों की रक्षा के लिए कृतसंकल्पित है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान का उल्लेख करते हुए कहा कि जनजातीय और विशेष पिछड़ी जनजातियों के सर्वांगीण विकास हेतु निरंतर कार्य किए जा रहे हैं, जिसके तहत प्रधानमंत्री जनमन एवं ग्राम उत्कर्ष योजना के माध्यम से मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
- कल्याणकारी योजनाएं: आगामी 13 दिसंबर को सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर, सीएम ने दावा किया कि मोदी की गारंटी के सभी वायदों को पूरा किया गया है। महतारी वंदन योजना के तहत 22वीं किस्त की राशि का अंतरण किया गया, किसानों से ₹3100 प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी और तेंदूपत्ता संग्रहण दर को बढ़ाकर ₹5500 प्रति मानक बोरा किया गया है। साथ ही, चरण पादुका वितरण भी फिर से शुरू किया गया है।
माओवाद पर निर्णायक प्रहार का संकल्प
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने देश और राज्य के विकास में सबसे बड़ी बाधा माओवाद को समाप्त करने के लिए केंद्र सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मार्च 2026 तक माओवाद को समाप्त करने का संकल्प लिया है। छत्तीसगढ़ सरकार इस दिशा में अत्यंत ठोस और सार्थक कार्य कर रही है, और जल्द ही राज्य माओवाद के आतंक से मुक्त हो जाएगा।
जनजातीय महापुरुषों का सम्मान
मुख्यमंत्री ने भगवान बिरसा मुंडा को आदिवासी समाज सहित संपूर्ण भारतवर्ष का गौरव बताया और स्वाधीनता आंदोलन में जनजाति समाज के योगदान का उल्लेख किया। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के परिणामस्वरूप छत्तीसगढ़ में विकास की नई इबारत लिखी जा रही है, जिसके फलस्वरूप बस्तर से लेकर सरगुजा तक व्यापक परिवर्तन देखने को मिल रहा है। समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले जनजातीय प्रतिभाओं को सम्मानित भी किया गया।

