द लोकतंत्र / देवरिया : अंतरराष्ट्रीय वन दिवस के अवसर पर देवरिया जनपद स्थित बढ़या बुजुर्ग ग्राम में नेचरसोल फाउंडेशन और जागृति एंटरप्राइज सेंटर पूर्वांचल के संयुक्त तत्वावधान में एक विशेष पर्यावरण जागरूकता एवं वृक्षारोपण अभियान आयोजित किया गया। इस अवसर पर ग्रामीणों को वनों के महत्व, पर्यावरण संरक्षण में वृक्षों की भूमिका और वृक्षारोपण के आर्थिक लाभों की जानकारी दी गई।
पेड़ लगाओ, भविष्य संवारो – विजय मणि त्रिपाठी
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नेचरसोल फाउंडेशन के संस्थापक विजय मणि त्रिपाठी ने कहा कि, वन केवल हरियाली नहीं, बल्कि आर्थिक समृद्धि के भी स्रोत हैं। किसान यदि खेती के साथ अपनी ज़मीन पर मिनी फॉरेस्ट विकसित करें, तो वे आने वाले वर्षों में आर्थिक रूप से मजबूत हो सकते हैं। पेड़ों से प्राप्त लकड़ी, फल, औषधीय पौधे और कार्बन क्रेडिट से किसानों की आय कई गुना बढ़ सकती है।

मिनी फॉरेस्ट: पर्यावरण और अर्थव्यवस्था, दोनों के लिए वरदान
कार्यक्रम के अंतर्गत जागृति एंटरप्राइज सेंटर पूर्वांचल के सदस्यों ने बताया कि जलवायु परिवर्तन, घटते भूजल स्तर और मिट्टी की उर्वरता बचाने के लिए बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण जरूरी है। अगर किसान अपनी ज़मीन पर शीशम, अर्जुन, सागौन, महुआ, कटहल और आंवला जैसे वृक्ष लगाएं, तो इससे न केवल उनका आर्थिक विकास होगा, बल्कि पर्यावरण को भी बचाया जा सकेगा। सरकार की कृषि वानिकी (Agroforestry) और कार्बन क्रेडिट योजनाओं के तहत किसानों को वित्तीय सहायता और बाजार उपलब्ध कराया जा रहा है। आने वाले वर्षों में लकड़ी, कागज और हर्बल उद्योग में वृक्षों की मांग तेजी से बढ़ने वाली है, जिससे किसानों को बड़ा लाभ मिल सकता है।
ग्रामीणों ने लिया वृक्षारोपण का संकल्प
कार्यक्रम में ग्रामीणों को वृक्षारोपण के लिए प्रेरित किया गया और निःशुल्क पौधे वितरित किए गए। सभी ने संकल्प लिया कि वे अपनी ज़मीन पर अधिक से अधिक वृक्ष लगाएंगे, ताकि वन संरक्षण के साथ-साथ उनकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत हो। इस अवसर पर नेचरसोल फाउंडेशन के सदस्य मयंक त्रिपाठी, गौरव तिवारी, नारायण देव और श्याम सिंह उपस्थित रहे, जिन्होंने ग्रामीणों को वन संरक्षण और वृक्षारोपण की आवश्यकता पर विस्तार से बताया।
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ग्राम प्रधान बुद्धिराम चौहान और जिला पंचायत सदस्य बबीता चौहान के पति स्त्रुघन चौहान ने भी इस अभियान की सराहना करते हुए ग्रामीणों से अपील की कि वे अधिक से अधिक वृक्षारोपण करें और आने वाली पीढ़ियों के लिए हरा-भरा वातावरण सुरक्षित रखें।
जागृति एंटरप्राइज सेंटर की ओर से मनोज तिवारी, श्रीजा, बकुनठ शुक्ला और प्रदीप जी भी इस अवसर पर उपस्थित रहे। जागृति टीम ने किसानों को जागरूक किया कि कैसे वे अपनी ज़मीन का अधिकतम उपयोग कर पर्यावरण संरक्षण और आय वृद्धि, दोनों लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं। ग्रामीणों ने नेचरसोल फाउंडेशन और जागृति एंटरप्राइज सेंटर के इस पहल की सराहना की और पर्यावरण संरक्षण के इस महाअभियान में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने का संकल्प लिया।