द लोकतंत्र : पटना के लोगों का लंबे समय से इंतजार अब खत्म होने वाला है। राजधानी पटना में मेट्रो सेवा (Patna Metro) का सपना अब हकीकत बनने जा रहा है। सोमवार (29 सितंबर) को पटना मेट्रो का अंतिम ट्रायल रन होगा। इसके बाद अक्टूबर 2025 के पहले सप्ताह में चुनिंदा स्टेशनों से मेट्रो सेवा की शुरुआत की जाएगी। यह बिहार की राजधानी के लिए ऐतिहासिक क्षण होगा, क्योंकि मेट्रो शुरू होने से पटना भी देश के अन्य महानगरों की तरह अत्याधुनिक परिवहन प्रणाली से जुड़ जाएगा।
कितने बजे से कितने बजे तक चलेगी मेट्रो?
पटना मेट्रो (Patna Metro) की ट्रेनों का संचालन प्रतिदिन सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक किया जाएगा। यात्रियों की सुविधा के लिए हर 20 मिनट पर मेट्रो उपलब्ध होगी। एक ट्रेन रोजाना औसतन 40 से 42 फेरे लगाएगी, जिससे दफ्तर जाने वाले कर्मचारी, विद्यार्थी और आम यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी।
किराया कितना होगा?
पटना मेट्रो (Patna Metro) का किराया बेहद किफायती रखा गया है। न्यू आईएसबीटी से जीरो माइल तक का किराया 15 रुपये होगा। वहीं, न्यू आईएसबीटी से भूतनाथ रोड तक का किराया 30 रुपये तय किया गया है। एक ट्रेन में 147 यात्री बैठकर और लगभग 945 यात्री खड़े होकर सफर कर पाएंगे। यानी एक बार में 1,100 से ज्यादा यात्री यात्रा कर सकेंगे। महिलाओं और दिव्यांगजनों के लिए 12 सीटें आरक्षित होंगी। साथ ही, कोच में मोबाइल और लैपटॉप चार्जिंग प्वॉइंट जैसी आधुनिक सुविधाएं भी होंगी।
कितने स्टेशन और कौन-कौन सी लाइनें?
पटना मेट्रो परियोजना को दो कॉरिडोर में बांटा गया है
रेड लाइन: 16.86 किमी लंबी
ब्लू लाइन: 14.56 किमी लंबी
दोनों कॉरिडोर में कुल 24 स्टेशन बनाए जा रहे हैं। शुरुआती चरण में केवल चुनिंदा स्टेशनों पर सेवाएं शुरू होंगी और धीरे-धीरे अन्य स्टेशनों तक इसे बढ़ाया जाएगा।
14 हजार करोड़ की परियोजना
पटना मेट्रो प्रोजेक्ट की लागत लगभग 14,000 करोड़ रुपये है। इसमें राज्य और केंद्र सरकार की हिस्सेदारी 20-20 प्रतिशत होगी, जबकि शेष राशि जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (JICA) से लिए गए कर्ज से पूरी की जा रही है।
नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट
पटना मेट्रो को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट माना जा रहा है। इसके शुरू होने से शहर में ट्रैफिक दबाव में कमी आएगी और हजारों लोगों को तेज, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का विकल्प मिलेगा।
पटना मेट्रो का शुभारंभ राजधानी के लिए ऐतिहासिक कदम है। यह न केवल पटनावासियों के जीवन को आसान बनाएगा बल्कि शहर को विकास की नई दिशा भी देगा।

