द लोकतंत्र : भारत की सबसे कठिनतम परीक्षाओं में NEET भी है। लाखों छात्र हर वर्ष डॉक्टर बनने की चाहत लिए इस परीक्षा में बैठते हैं। इस परीक्षा में असफलता की दर भी बहुत ज़्यादा है और कई बार असफल छात्र हताशा में अपना जीवन भी ख़त्म कर लेते हैं। देश की कठिनतम परीक्षाओं में से एक NEET इन दिनों अपने परिणाम को लेकर विवादों में घिरा हुआ है। सुप्रीम कोर्ट में NEET को लेकर सुनवाई भी चल रही है। आरोप है कि NEET की परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक हुए हैं। इस संबंध में कई गिरफ़्तारियाँ भी हुई हैं। हालाँकि केंद्रीय शिक्षा मंत्री प्रश्नपत्र लीक से इनकार करते हैं।
इसी क्रम में सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को नीट पेपर लीक मामले में सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में गुजरात की एक छात्रा का ज़िक्र किया गया जिसने NEET परीक्षा में 720 में से 705 अंक प्राप्त किए हैं। हालाँकि छात्रा अपनी 12वीं की परीक्षा में फेल हो गई है। NEET में टॉप और बोर्ड में फेल होने की बात सुनकर सीजेआई चंद्रचूड़ भी हैरान रह गए। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट में वकील एडवोकेट हुड्डा ने कोर्ट में बताया कि गुजरात की एक लड़की कर्नाटक के बेलगावी में परीक्षा देने गई और उसने 705 अंक हासिल किए, लेकिन वह 12वीं में फेल हो गई थी।
जिस सेंटर से किया टॉप उसका सक्सेस रेट 6 प्रतिशत
इस जानकारी के बाद सीजेआई ने पूछा कि उक्त एग्जाम सेंटर का सक्सेस रेट कितना था जिसमें छात्रा ने परीक्षा दी थी। केंद्र सरकार की ओर से पेश सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने जवाब देते हुए बताया कि केंद्र का सक्सेस रेट 6 प्रतिशत था। NEET में टॉप करने वाली गुजरात की लड़की ने कर्नाटक के बेलगावी में अपनी 12वीं की परीक्षा दी थी। इस पूरे मामले में दो बातें निकल कर आई हैं कि गुजरात की इस छात्रा ने कर्नाटक के बेलगावी में परीक्षा क्यों दी? दूसरा ये कि नीट जैसी बड़ी और कठिन परीक्षा में 705 अंक हासिल करने वाली छात्रा आख़िर 12वीं में फेल कैसे हो गई।
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वहीं, छात्रा का नीट का रिजल्ट देखकर हर कोई हैरान है। नीट में छात्रा ने फिजिक्स में 99.8, केमिस्ट्री में 99.1 परसेंटाइल और बॉयलॉजी में 99.1 परसेंटाइल है। जबकि वहीं 12वीं की परीक्षा में छात्रा को फिजिक्स में 21, केमिस्ट्री में 31, बॉयलॉजी में 39 नंबर मिले। हालांकि, छात्रा के मार्कशीट की पुष्टि नहीं हो सकी है कि यह सही है या नहीं। NEET परीक्षा पास करने के बावजूद छात्रा का मेडिकल कॉलेज में दाखिला नहीं हो सकेगा, क्योंकि प्रवेश के लिए न्यूनतम 50 फ़ीसद अंकों के साथ 12वीं परीक्षा पास करना जरूरी है।
विपक्ष का तंज, मोदी का एकलव्य आखिरकार गुजरात में ही मिला
इस पूरे मामले पर, इण्डियन यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास ने इस मामले में मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा, मोदी का एकलव्य आखिरकार गुजरात में ही मिला। 12वीं में फेल लेकिन नीट में 720 में से 705 अंक। दूसरी ओर कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी लगातार इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेर रहे हैं। सदन में राहुल गांधी NEET को लेकर लगातार सवाल कर रहे हैं।