द लोकतंत्र : इंडियन बैंक एसोसिएशन ( IBA ) ने सरकारी और प्राइवेट बैंक के कर्मचारियों के लिए सप्ताह में पांच दिन काम और सैलरी में 15 फीसदी की बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा है। आईबीए का यह प्रस्ताव अगर माना गया तो बैंक कर्मियों की बल्ले बल्ले हो जाएगी। इंडियन बैंक एसोसिएशन (IBA) ने सरकारी और कुछ पुराने प्राइवेट जनरेशन के बैंक कर्मचारियों के लिए 15 फीसदी वेतन बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा है।
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खबर है कि, सैलरी में बढ़ोतरी के साथ ही बैंकों में ‘5 डे वर्किंग मॉडल’ की पूर्व प्रस्तावित योजना को लेकर भी वित्त मंत्रालय जल्द मंजूरी दे सकता है। प्रस्ताव पर मुहर लगने के बाद शनिवार-रविवार बैंकों में छुट्टी रहने की संभावनाओं को बल मिल गया है। हालांकि वर्तमान में भी माह के दूसरे और चौथे शनिवार को बैंकों में कामकाज नहीं होता है। प्रपोजल को मंजूरी मिलने के बाद माह के पहले और तीसरे शनिवार को भी बैंकों में छुट्टी लागू होने की संभावना है। प्रस्ताव के लागू होने के बाद कर्मचारियों के काम करने का घंटा भी बढ़ जाएगा।
लोकसभा चुनाव से पहले बैंक कर्मियों को मिल सकती है सौगात
2024 आम चुनाव के पहले IBA और वित्त मंत्रालय के बीच चल रही बातचीत का नतीजा निकल आएगा। उम्मीद है कि आम चुनाव से पहले बैंक कर्मचारियों की सैलरी बढ़ाने के प्रस्ताव पर मुहर लग सकती है। इसके पूर्व वर्ष 2020 में बैंक कर्मचारियों की सैलरी में बढ़ोतरी हुयी थी।
क्या है 5 डे वर्किंग मॉडल?
5 डे वर्किंग मॉडल की शुरुआत 1926 में फोर्ड मोटर कंपनी के मालिक हेनरी फोर्ड ने की थी। उनका मानना था कि इससे उनके कर्मचारी ज़्यादा प्रोडक्टिव होंगे। हालांकि बीते दिनों इंफोसिस के को-फाउंडर एनआर नारायण मूर्ति (NR Narayana Murthy) ने सलाह दी है कि देश के युवा हर सप्ताह 70 घंटे काम करें जिसको लेकर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ी हुयी है। ऐसे में अगर IBA के प्रस्ताव को मंजूरी मिलती है तो सरकारी कार्यालयों की कार्य संस्कृति बदलेगी।