द लोकतंत्र/ नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को राजधानी दिल्ली स्थित भारत मंडपम में आयोजित एनडीटीवी वर्ल्ड समिट 2025 के मंच से एक बार फिर भारत के बदलते स्वरूप का मजबूत संदेश दिया। उन्होंने कहा कि आज का भारत न तो चुनौतियों से घबराता है और न ही हमलों पर चुप बैठता है। देश अब आतंकवादियों को उसी की भाषा में जवाब देता है चाहे वह सर्जिकल स्ट्राइक हो, एयर स्ट्राइक या हाल में किया गया ऑपरेशन सिंदूर। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह नया भारत है, जो आत्मविश्वास से भरा है और किसी के दबाव में आने वाला नहीं।
2014 से पहले भारत ‘पॉलिसी पैरालिसिस’ का शिकार था
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि 2014 से पहले भारत नीतिगत जड़ता और अनिश्चितताओं से घिरा हुआ था। उस दौर में ‘पॉलिसी पैरालिसिस’ शब्द आम चर्चा का हिस्सा था, लेकिन बीते 11 वर्षों में भारत ने खुद को बदला है। उन्होंने कहा, कभी सवाल उठते थे कि भारत इन संकटों से कैसे उबरेगा, लेकिन आज वही भारत दुनिया की टॉप-5 अर्थव्यवस्थाओं में शामिल है। हमने हर बाधा को पार किया है और अब रुकने के मूड में नहीं हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 2013-14 में भारत को ‘Fragile Five’ देशों की सूची में रखा गया था, यानी उन देशों में जो आर्थिक रूप से सबसे कमजोर माने जाते थे। लेकिन आज, मजबूत नीतियों, आत्मनिर्भर योजनाओं और जनता की मेहनत के बल पर भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था का भरोसेमंद इंजन बन गया है।
उन्होंने बताया कि पिछले तीन वर्षों में देश की औसत विकास दर 7.8 प्रतिशत रही है, जो दुनिया की सबसे तेज बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। इसके साथ ही, भारत का मर्चेंडाइज एक्सपोर्ट पिछले वर्ष की तुलना में 7% बढ़ा है, जबकि कृषि निर्यात साढ़े चार लाख करोड़ रुपये से अधिक पहुंच चुका है।
आज भारत आत्मविश्वास से भरा हुआ तेजी से आगे बढ़ रहा
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने कोविड-19 महामारी के दौरान भी अपनी आर्थिक स्थिरता बनाए रखी। जब पूरी दुनिया भारत की क्षमता पर संदेह कर रही थी, तब देश ने अपनी नीतियों और जनता की एकजुटता से सबको गलत साबित कर दिया। उन्होंने कहा, कोविड संकट के समय जब दुनिया सवाल कर रही थी कि भारत कैसे उबरेगा, तब हमने न सिर्फ महामारी से लड़ा बल्कि सबसे तेज आर्थिक रिकवरी भी दर्ज की। आज भारत आत्मविश्वास से भरा हुआ है और तेजी से आगे बढ़ रहा है।
मोदी ने कहा कि भारत अब वैश्विक साझेदारी का केंद्र बन रहा है। यूरोप के देशों के साथ हुआ EFTA ट्रेड एग्रीमेंट इसका उदाहरण है, जिसके तहत भारत में 100 बिलियन डॉलर के निवेश की प्रतिबद्धता की गई है। उन्होंने बताया कि इससे देश में लाखों नई नौकरियां पैदा होंगी और भारत की उत्पादन क्षमता को नई दिशा मिलेगी।
आज का भारत ‘Unstoppable’ है
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि उनके शासनकाल में ‘महंगाई डायन खाए जात है’ जैसे गीत सुनाई देते थे, बैंक एनपीए के बोझ तले दबे थे और नीतियां ठहराव में थीं। उन्होंने कहा, कांग्रेस ने बैंकों को बर्बाद किया, लेकिन भाजपा सरकार ने उन्हें रिकॉर्ड प्रॉफिट में पहुंचाया। हमने किसानों, महिलाओं, पशुपालकों, मछुआरों और छोटे व्यापारियों को बिना बैंक गारंटी के लाखों करोड़ रुपये के लोन दिए।
प्रधानमंत्री ने सुरक्षा के मोर्चे पर सरकार की उपलब्धियों का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि बीते कार्यकाल में 75 घंटों के भीतर 303 माओवादी आत्मसमर्पण कर चुके हैं। पहले जिन इलाकों में विस्फोट और नक्सली हमले सुर्खियों में होते थे, वहां आज ‘बस्तर ओलंपिक’ जैसे आयोजन हो रहे हैं। मोदी ने कहा, पहले जिन इलाकों में जवानों की शहादत की खबरें आती थीं, वहां आज के युवा खेलों में मेडल जीत रहे हैं। यह है नया भारत- आत्मविश्वासी, सुरक्षित और प्रगतिशील।
अपने संबोधन के अंत में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज का भारत ‘Unstoppable’ है। यह वह देश है जो अब किसी के इशारे पर नहीं चलता, बल्कि दुनिया के भविष्य की दिशा तय कर रहा है। उन्होंने कहा, “हमने हर चुनौती को अवसर में बदला है, हर संदेह को जवाब में बदला है। भारत अब सिर्फ बढ़ नहीं रहा, बल्कि दुनिया को बढ़ने की राह दिखा रहा है।”

