द लोकतंत्र : विदेश मंत्री एस जय शंकर ने सदन में दिए गए अपने भाषण के बीच में हंगामा करने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। एस जयशंकर ने कहा, विपक्ष के लिए राष्ट्रीय प्रगति से ज्यादा पक्षपातपूर्ण राजनीति महत्वपूर्ण थी। उन्होंने कहा, दुख की बात है कि विपक्ष ने संसद के दोनों सदनों में मेरे बयान को बार-बार बाधित किया। जाहिर है, उनके लिए दलगत राजनीति राष्ट्रीय प्रगति से अधिक महत्वपूर्ण थी।
20-23 जून तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संयुक्त राज्य अमेरिका की आधिकारिक यात्रा किसी भारतीय प्रधानमंत्री की तरफ से की गई केवल दूसरी यात्रा थी। उन्हें दूसरी बार अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करने का दुर्लभ विशेषाधिकार दिया गया था।
एस जयशंकर ने विदेश नीति पर वीडियो जारी कर विपक्ष पर साधा निशाना
उन्होंने ट्विटर पर जारी अपने वीडियो बयान में कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पिछले कुछ महीने में प्रधानमंत्री मोदी का विदेश दौरा हुआ और कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए। लेकिन इन मुद्दों पर जितनी गंभीरता से बहस और चर्चा की जरूरत है, विपक्ष ने सदन में वह गुंजाइश नहीं छोड़ी।
विदेश मंत्री ने कहा, हल्के लड़ाकू विमान के लिए भारत में GE414 जेट इंजन के निर्माण के लिए GE एयरोस्पेस और HAL के बीच एक समझौते से रक्षा क्षेत्र में मेक इन इंडिया को बड़ा बढ़ावा मिला है। भारत दशकों से इस पर काम कर रहा था और यह सफलता प्रौद्योगिकी सहयोग में एक महत्वपूर्ण छलांग है।
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संसद के दोनों सदनों में गुरुवार को विपक्षी सदस्यों ने जोरदार विरोध किया क्योंकि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने विदेश नीति की उपलब्धियां गिनाईं और विदेशी गणमान्य व्यक्तियों की भारत यात्राओं के साथ-साथ राष्ट्रपति मुर्मू और प्रधानमंत्री मोदी की विदेश यात्राओं का विवरण साझा किया।
विदेश मंत्री ने कहा, कई स्तरों पर इन प्रयासों के जरिए हम एक अस्थिर और अनिश्चित दुनिया में अपने राष्ट्रीय उद्देश्यों और हितों को आगे बढ़ाने में सक्षम हैं। उन्होंने आगे कहा कि मोदी सरकार की विदेश नीति उन मुद्दों पर केंद्रित है जो जनता के कल्याण और आम नागरिक के जीवन को सीधे तौर पर प्रभावित करते हैं।