द लोकतंत्र/ नई दिल्ली : दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में सोमवार को उस समय हंगामा मच गया, जब पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की बैठक खत्म होने के बाद कई महिला कार्यकर्ताओं ने टिकट वितरण को लेकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की मौजूदगी में कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की और राहुल गांधी से किए गए 33 फ़ीसद महिला आरक्षण के वादे को लागू करने की मांग की। उनका कहना था कि वे वर्षों से पार्टी के लिए मेहनत कर रही हैं, लेकिन टिकट “डमी कैंडिडेट्स” को दे दिए जा रहे हैं।
महिला कार्यकर्ताओं ने फूटा गुस्सा
एक न्यूज़ चैनल से बातचीत में एक नाराज़ महिला कार्यकर्ता ने कहा, राहुल गांधी ने महिलाओं और युवाओं को टिकट देने का वादा किया था, लेकिन अब उसे कुछ नेता तोड़ रहे हैं। कृष्णा अल्लावरु और राजेश राम जैसे नेता महिलाओं से मेहनत करवाते हैं, उन्हें प्रचार में लगाते हैं, लेकिन टिकट किसी और को दे दिया जाता है। यह सरासर धोखा है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर वास्तविक कार्यकर्ताओं की अनदेखी जारी रही, तो इसका नतीजा चुनाव में देखने को मिलेगा।
राहुल गांधी बैठक में नहीं थे शामिल
सूत्रों के अनुसार, बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की CEC बैठक करीब तीन घंटे चली। बैठक में 15 से 18 सीटों पर चर्चा की गई, जबकि पिछली बैठक में 25 सीटों पर फैसला हो चुका था। अब भी 22 सीटों पर विचार बाकी है। इस बैठक में राहुल गांधी और सोनिया गांधी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े, जबकि मल्लिकार्जुन खड़गे दिल्ली में बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
कांग्रेस की ओर से बताया गया कि उम्मीदवारों के चयन के लिए एक सब-कमेटी बनाई गई है, जिसकी बैठक मंगलवार सुबह 9 बजे होगी। वहीं, पार्टी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने कहा, आज की बैठक में सभी ने अपने विचार रखे। कांग्रेस के हिस्से की सभी सीटों पर मंथन हुआ और बहुत जल्द उम्मीदवारों की सूची जारी की जाएगी।
कांग्रेस के अंदरूनी असंतोष पर सवाल
कांग्रेस में टिकट वितरण को लेकर नाराजगी नई नहीं है, लेकिन इस बार महिला कार्यकर्ताओं का खुला विरोध पार्टी के अंदर गहराते असंतोष को दर्शाता है। जब राहुल गांधी लगातार ‘महिला सशक्तिकरण’ और ‘युवा नेतृत्व’ की बात करते हैं, तो कार्यकर्ताओं का सवाल है कि इन दावों का ज़मीनी असर क्यों नहीं दिख रहा।

