द लोकतंत्र/ पटना : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में अब राजनीतिक सरगर्मियां चरम पर हैं। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ कल (16 अक्टूबर) बिहार की राजधानी पटना और सहरसा में दो बड़ी चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे। उनका यह दौरा बीजेपी के लिए बेहद अहम माना जा रहा है, क्योंकि पार्टी बिहार में एनडीए के भीतर सीट बंटवारे और विपक्ष की सियासी रणनीति के बीच अपने जनाधार को मजबूत करने में जुटी है।
योगी की दो जनसभाओं का प्रोग्राम सेट
सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहली जनसभा दानापुर में होगी, जहां वे बीजेपी प्रत्याशी रामकृपाल यादव के समर्थन में जनता से वोट की अपील करेंगे। दानापुर की सभा के बाद वे सहरसा जाएंगे, जहां वे बीजेपी उम्मीदवार अलोक रंजन के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। योगी का यह दो जनसभा वाला कार्यक्रम बिहार चुनाव में बीजेपी के प्रचार अभियान की एक बड़ी कड़ी माना जा रहा है।
कार्यक्रम के अनुसार, योगी आदित्यनाथ सुबह 10 बजे लखनऊ स्थित अमौसी एयरपोर्ट से पटना के लिए रवाना होंगे और 11:25 बजे जय प्रकाश नारायण एयरपोर्ट, पटना पहुंचेंगे। इसके बाद वे सीधे ऑरर्गेनो रिसॉर्ट, खगोल रोड, दानापुर में आयोजित जनसभा स्थल पर पहुंचेंगे, जहां 11:45 बजे सभा को संबोधित करेंगे। वे यहां बीजेपी प्रत्याशी रामकृपाल यादव के पक्ष में चुनावी माहौल बनाएंगे और जनता से पार्टी के समर्थन में वोट की अपील करेंगे।
दानापुर के बाद सहरसा में सभा
दानापुर की सभा के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 12:20 बजे वहां से रवाना होकर जय प्रकाश नारायण एयरपोर्ट लौटेंगे और 12:40 बजे सहरसा के लिए उड़ान भरेंगे। वे 1:40 बजे सहरसा हेलीपैड पहुंचेंगे और वहां से सीधे पटेल मैदान, सहरसा में आयोजित जनसभा स्थल जाएंगे। योगी आदित्यनाथ 1:50 बजे बीजेपी उम्मीदवार अलोक रंजन के समर्थन में सभा को संबोधित करेंगे।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि योगी आदित्यनाथ का यह बिहार दौरा बीजेपी के लिए न केवल चुनावी ऊर्जा का संचार करेगा, बल्कि सीमावर्ती जिलों में पार्टी के प्रति जनता के विश्वास को भी मजबूत करेगा। योगी की लोकप्रियता और भाषण शैली हमेशा से बीजेपी के लिए जनसमर्थन जुटाने में प्रभावी रही है।
बिहार में चुनावी माहौल अब पूरी तरह गर्म हो चुका है। एक तरफ एनडीए गठबंधन अपनी एकजुटता का संदेश देने में जुटा है, वहीं विपक्षी महागठबंधन भी जनता के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रहा है। ऐसे में योगी आदित्यनाथ की आज की दोनों जनसभाएं बीजेपी के लिए राजनीतिक रूप से निर्णायक मोड़ साबित हो सकती हैं।

