द लोकतंत्र/ पटना : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए आरजेडी ने सीवान की बहुचर्चित रघुनाथपुर विधानसभा सीट से दिवंगत बाहुबली नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब को आधिकारिक रूप से टिकट दे दिया है। आरजेडी के इस फैसले के बाद बिहार की राजनीति में एक नई हलचल मच गई है।
ओसामा का टिकट तय होने के साथ ही सीवान की राजनीति एक बार फिर सुर्खियों में है जहां एक ओर पार्टी समर्थक इसे ‘वफादार परिवार की राजनीतिक विरासत’ का सम्मान बता रहे हैं, वहीं बीजेपी इसे ‘खौफ की वापसी’ करार दे रहा है।
आरजेडी फिर से बिहार को डर और हिंसा की राजनीति की ओर ले जाना चाहती है
बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने बुधवार (15 अक्टूबर) को इस निर्णय पर आरजेडी और तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या आरजेडी फिर से बिहार को डर और हिंसा की राजनीति की ओर ले जाना चाहती है। रविशंकर प्रसाद ने कहा, सुनने में आया है कि सीवान के शहाबुद्दीन के बेटे को लड़वाया जा रहा है, निर्णय हो गया है लेकिन घोषणा अब की गई है। क्या संदेश दे रहे हैं आप? क्या बिहार में उसी खौफ को लाना चाहते हैं?
उन्होंने आरोप लगाया कि लालू प्रसाद यादव के शासनकाल में शहाबुद्दीन के संरक्षण में सीवान में पत्रकारों और आम नागरिकों पर अत्याचार हुए थे, और अब उनके बेटे को मैदान में उतारकर आरजेडी उसी दौर की राजनीति को जिंदा करना चाहती है।
तेजस्वी पहले से ही 420 के केस में ट्रायल का सामना कर रहे
बीजेपी सांसद ने तेजस्वी यादव पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि तेजस्वी पहले से ही 420 के केस में ट्रायल का सामना कर रहे हैं। लालू, राबड़ी और तेजस्वी की राजनीति भ्रष्टाचार और जमीन हड़पने की कहानियों से भरी पड़ी है। उन्होंने कहा, मैं बिहार की जनता को सावधान करना चाहता हूं ये आपकी जमीन लेंगे, लेकिन नौकरी नहीं देंगे।
इसी दौरान रविशंकर प्रसाद ने प्रशांत किशोर पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा, अगर प्रशांत किशोर बिहार बदलना चाहते हैं तो मैदान में उतरें। मुख्यमंत्री बनने का सपना तो देखते हैं, लेकिन हिम्मत नहीं जुटा पा रहे। बिहार की जनता सब देख रही है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि आरजेडी का यह कदम चुनावी रणनीति के लिहाज से साहसिक है। पार्टी अपने पारंपरिक जनाधार को मजबूत करने की कोशिश कर रही है, वहीं बीजेपी इसे ‘भय की राजनीति’ का पुनरुत्थान बता रही है। ओसामा शहाब के मैदान में उतरने से सीवान की रघुनाथपुर सीट अब बिहार चुनाव की सबसे चर्चित सीटों में शामिल हो गई है।

