द लोकतंत्र : Haryana के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने राजभवन जाकर इस्तीफा दे दिया है। दरअसल, लोकसभा चुनाव को लेकर JJP के साथ सीटों पर सहमति न बनने से दोनों सहयोगी पार्टियों के रिश्तों में दरार आ गई थी। कुछ घंटे पहले ही सरकार में शामिल जेजेपी ने गठबंधन तोड़ने की मंशा जाहिर कर दी थी। जिसके बाद दलों के रास्ते बदल गये। अब राज्य में नई सरकार का गठन होगा।
हरियाणा में तेज़ी से बदले सियासी समीकरण के बाद कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को बदला जाएगा और उनकी जगह नायब सैनी या संजय भाटिया में से किसी एक को सीएम बनाया जा सकता है। दोनों नाम गैर जाट हैं और दोनों ही मौजूदा सांसद हैं। मनोहर लाल खट्टर को लोकसभा चुनाव लड़ाया जा सकता है।
किन वजहों से बीजेपी और जेजेपी के रिश्तों में आयी दरार
दरअसल, भाजपा सहयोगी दल JJP को लोकसभा चुनाव में एक भी सीट देना नहीं चाहती है। जबकि दुष्यंत की तरफ़ से 1-2 लोकसभा सीटें माँगी जा रही थीं। पिछली बार हरियाणा की सभी दस सीटें भाजपा ने जीती थीं। भाजपा प्रदेश ईकाई गठबंधन के पक्ष में नहीं है। हालाँकि, JJP के अलग होने के बाद भी भाजपा फिर सरकार बना सकने की स्थिति में है।
वहीं, बीजेपी से गठबंधन टूटने के बाद अब दुष्यंत चौटाला की पार्टी जेजेपी कल हिसार में बड़ी रैली आयोजित करेगी। इसी रैली में आगे की रणनीती घोषित होगी।
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90 सीटों वाली विधानसभा में जेजेपी के 10 विधायक हैं और वह लोकसभा चुनाव में 1 या 2 सीट मांग रही थी। हालाँकि JJP से गठबंधन टूटने के बाद भी भाजपा सरकार में बनी रहेगी। शाम को पुनः नयी सरकार का गठन हो सकता है। भाजपा के पास बहुमत से अधिक संख्या में विधायक हैं। कहा यह भी जा रहा है कि जेजेपी के तीन विधायक भी भाजपा के साथ जा सकते हैं।
मनोहर लाल ही बनेंगे मुख्यमंत्री
निवर्तमान शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने साफ कर दिया है कि मनोहर लाल ही दोबारा मुख्यमंत्री बनेंगे। मनोहर लाल तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। गठबंधन की सरकार का इस्तीफा सिर्फ जजपा से गठबंधन खत्म करने के लिए दिया गया है।