द लोकतंत्र : नेकी कर दरिया में डाल यह कहावत यूँ तो आज के दौर के हिसाब से आउटडेटेड हो गयी है और कोई मानता भी नहीं है। सोशल मीडिया के जमाने में नेकी न सिर्फ फेसबुक, इस्टाग्राम और अन्य माध्यमों पर अपलोड कर दी जाती है बल्कि बाकायदा अख़बारों में विज्ञप्ति भेजकर भी बताया जाता है कि हमने नेकी का काम किया है। बहरहाल, इसके इतर किसी शख्स ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) बॉम्बे को 18.6 मिलियन अमेरिकी डॉलर का गुप्त दान दिया है। दान देने वाले ने अपनी पहचान को उजागर नहीं किया है।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान को दान देने वाला शख्स आईआईटी बॉम्बे का ही पूर्व छात्र
दरअसल, दान देने वाला शख्स आईआईटी बॉम्बे का ही पूर्व छात्र है और अपनी पहचान उजागर नहीं करना चाहता है। इस पूरी राशि जो लगभग 160 करोड़ रूपये है उसका इस्तेमाल ग्रीन एनर्जी एंड सस्टेनेबिलिटी रिसर्च हब बनाने के लिए किया जाएगा। IIT बॉम्बे के डायरेक्टर प्रोफेसर सुभाशीष चौधरी ने डोनेशन की पुष्टि की है साथ ही इतने बड़े दान को लेकर आश्चर्य भी व्यक्त किया है।
प्रोफेसर सुभाशीष चौधरी ने कहा लोग मंदिरों में भारी राशि का दान करते हैं। लेकिन शायद यह पहली बार है जब इंस्टीट्यूट को किसी भी तरह का गुप्त दान मिला है। हालांकि, ये अमेरिका जैसे देशों में आम होता है। लेकिन भारत के किसी इंस्टीट्यूट को शायद ही ऐसा कोई दान मिला होगा। दान देने वाले को पता होता है कि जब IIT बॉम्बे जैसे इंस्टीट्यूट को पैसा देंगे, तो उसका इस्तेमाल सही जगह किया जाएगा।
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आईआईटी बॉम्बे के डायरेक्टर सुभासिस चौधरी ने कहा कि इस हब की स्थापना अत्याधुनिक रिसर्च, उस विषय पर सहयोग को बढ़ावा देने और जलवायु चुनौतियों से निपटने के लिए किया जाएगा। ये इस बात का भी प्रमाण है कि सामूहिक प्रयासों से भविष्य के लिए एक स्थायी मार्ग प्रशस्त किया जा सकता है। दान करने वाले ने अपने नाम गुप्त रखने का आग्रह किया था, जिसका पालन किया गया। संस्थान ने दिल से उनका आभार जताया है।