द लोकतंत्र : भारत को मंदिरों और मान्यताओं का देश कहा जाता है। यहां बहुत से ऐसे मंदिर हैं जो अपनी सदियों पुरानी कथाओं और चमत्कारों के लिए विश्वभर में लोकप्रिय हैं। लेकिन इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो चमत्कारों के बजाय, यहां मिलने वाले और चढ़ाए जाने वाले अनोखे प्रसाद की वजह से चर्चा का केंद्र बने रहते हैं। इनमें से किसी मंदिर में मांस और मदिरा, किसी में चाइनीज फूड तो किसी मंदिर में चॉकलेट देवता को भोग के रूप में चढ़ाई जाती है। ये मंदिर न केवल धार्मिक विविधता दर्शाते हैं, बल्कि स्थानीय संस्कृति और परंपराओं का अद्भुत मिश्रण भी दिखाते हैं।
चलिए आपको बताते हैं भारत के वो 4 सबसे अनोखे मंदिर और उनसे जुड़े अद्भुत प्रसाद:
चाइनीज काली माता मंदिर, कोलकाता (Chinese Kali Mata Temple)
अनोखे प्रसाद की लिस्ट में सबसे पहले नंबर पर पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के टांगरा में स्थित काली माता का मंदिर है। यह मंदिर अपनी स्थानीय पहचान के कारण चाइनीज काली मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।
अनोखा प्रसाद: इस मंदिर में काली माता को प्रसाद में नूडल्स और फ्राइड राइस (Chinese Food) भोग के रूप में चढ़ाया जाता है।
सांस्कृतिक मेल: यह मंदिर स्थानीय चीनी समुदाय और हिंदू समुदाय के बीच वर्षों पुराने सौहार्द और सांस्कृतिक मेल का प्रतीक है। पूजा के बाद यही नूडल्स और फ्राइड राइस प्रसाद के रूप में भक्तों को बांटा जाता है, जिसे पाने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं।
बाला मुरुगन मंदिर, केरल (Bala Murugan Temple)
केरल के अलेप्पी में स्थित बाला मुरुगन मंदिर एक और अनूठी परंपरा के लिए जाना जाता है। इस मंदिर में मुख्य रूप से भगवान के बाल स्वरूप (मुरुगन भगवान के बाल रूप) की पूजा-अर्चना की जाती है।
अनोखा प्रसाद: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यहां पर बाला मुरुगन भगवान को उनकी प्रिय वस्तु मानकर चॉकलेट प्रसाद के रूप में चढ़ाई जाती है।
वितरण: भोग लगाने के बाद, चढ़ाई गई चॉकलेट को यहां आने वाले भक्तों में बांटा जाता है। यह परंपरा बच्चों के बीच खासी लोकप्रिय है।
3. कामाख्या देवी मंदिर, गुवाहाटी (Kamakhya Devi Temple)
गुवाहाटी, असम में स्थित कामाख्या देवी मंदिर भारत के 51 शक्तिपीठों में से एक है और यहां का प्रसाद बेहद खास और प्रतीकात्मक होता है।
अनोखा प्रसाद/वस्त्र: कामाख्या मंदिर में हर साल भव्य अंबुवाची मेले का आयोजन होता है, जो दुनियाभर में प्रसिद्ध है। मान्यता है कि तीन दिनों तक चलने वाले इस मेले के दौरान देवी रजस्वला (मासिक धर्म) रहती हैं, जिसकी वजह से मंदिर का दरवाजा बंद रहता है। चौथे दिन जब मंदिर के द्वार खुलते हैं, तो भक्तों को प्रसाद के रूप में एक खास कपड़ा (वस्त्र) दिया जाता है।
धार्मिक मान्यता: ऐसी मान्यता है कि ये कपड़ा देवी के रज से भीगा होता है, जिसे पाने के लिए भक्त लालायित रहते हैं और इसे बहुत ही पवित्र माना जाता है।
4. पटियाला काली माता मंदिर, पंजाब (Patiala Kali Mata Temple)
पंजाब के पटियाला जिले में स्थित काली माता का मंदिर सालों पुराना है और इस मंदिर का प्रसाद बिल्कुल चौंकाने वाला और अनोखा है।
अनोखा प्रसाद/भोग: जहां हिंदू धर्म में मदिरा और मांस का सेवन वर्जित माना जाता है, वहीं इस मंदिर में माता रानी को शराब (मदिरा) और मुर्गा चढ़ाया जाता है।
भक्तों की श्रद्धा: हजारों श्रद्धालु रोजाना इस मंदिर के दर्शन करने आते हैं और अपनी श्रद्धा के अनुसार माता को यह अनोखा भोग अर्पित करते हैं।
ये चारों मंदिर अपनी अनूठी परंपराओं के कारण भारत की विविध और अद्भुत धार्मिक संस्कृति की झलक प्रस्तुत करते हैं।

