द लोकतंत्र: सोमवार को शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला जारी रहा, और इस बार इस गिरावट की अगुवाई आईटी सेक्टर ने की। देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) की छंटनी से जुड़ी खबर ने निवेशकों का भरोसा डगमगाया, जिससे आईटी स्टॉक्स में भारी बिकवाली देखने को मिली।
दोपहर 1.30 बजे के करीब TCS का शेयर 1.16% गिरकर 3980 रुपये, HCL Tech 1.15% की गिरावट के साथ 1472 रुपये और Wipro 3.61% गिरकर 250 रुपये पर कारोबार कर रहे थे। इसी के साथ मिडकैप आईटी कंपनियों में भी दबाव बना रहा। broader मार्केट की बात करें तो सेंसेक्स 503 अंक और निफ्टी 151 अंक गिरकर 24685 के आसपास ट्रेड कर रहा था।
क्या है TCS छंटनी की वजह?
TCS ने पुष्टि की है कि कंपनी करीब 12,000 कर्मचारियों को नौकरी से हटाने की योजना पर काम कर रही है, जो कंपनी की कुल वर्कफोर्स का करीब 2% हिस्सा है। हालांकि कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया कि यह निर्णय AI टेक्नोलॉजी की वजह से नहीं लिया गया है, बल्कि यह उन कर्मचारियों को लेकर है जिनकी Skills अब कंपनी की बदलती जरूरतों के अनुरूप नहीं हैं।
बाजार में क्यों आया असर?
विश्लेषकों के अनुसार, इस खबर ने पूरे आईटी सेक्टर को झकझोर दिया है। नुवामा और अन्य ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि वैश्विक व्यापार में मंदी और ग्राहकों की खर्च कटौती की वजह से आने वाले कुछ महीनों में आईटी कंपनियों के लिए चुनौती बनी रहेगी।
TCS की तिमाही रिपोर्ट
TCS की हालिया तिमाही रिपोर्ट में रेवेन्यू में 3.3% की गिरावट, अंतरराष्ट्रीय बिक्री में 0.5% की कमी और उपकरण-सॉफ्टवेयर लागत में कमी देखने को मिली। हालांकि, बीएसएनएल से जुड़े प्रोजेक्ट्स का असर अब नियंत्रित बताया गया है।
एमओएफएसएल ने TCS को ‘Buy’ रेटिंग दी है और इसका लक्ष्य मूल्य 3850 रुपये रखा है, जो मौजूदा कीमत से 14% ऊपर है।
कंपनी प्रोफाइल
TCS एक भारतीय बहुराष्ट्रीय सॉफ्टवेयर सेवा और कंसल्टिंग कंपनी है, जिसके पास वर्तमान में 6,13,069 कर्मचारी हैं। कंपनी NSE और BSE में सूचीबद्ध है और भारत की सबसे भरोसेमंद आईटी ब्रांड्स में गिनी जाती है।