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Mars Transit 2025: मंगल का कन्या राशि में गोचर, वृषभ से मीन तक इन राशियों को रहना होगा सतर्क

Mars Transit 2025

द लोकतंत्र: 28 जुलाई 2025 को मंगल ग्रह का कन्या राशि में गोचर हो रहा है, और यह संयोग सावन के सोमवार को बन रहा है। इसका ज्योतिषीय और आध्यात्मिक महत्व दोनों ही दृष्टियों से अत्यधिक प्रभावशाली है। लेकिन इस गोचर का प्रभाव सभी राशियों पर समान नहीं होगा। विशेष रूप से वृषभ, सिंह, कन्या, धनु और मीन राशियों को इस समय सतर्कता बरतनी होगी।

मंगल गोचर और समसप्तक योग
इस गोचर के दौरान मंगल, शनि की 7वीं दृष्टि में रहेगा, जिससे समसप्तक योग का निर्माण होगा। यह योग टकराव, मानसिक असंतुलन, गुस्सा, स्वास्थ्य में गिरावट और करियर में रुकावट जैसी स्थितियां उत्पन्न कर सकता है। शनि-मंगल आमने-सामने की स्थिति में आकर जीवन में टकराव बढ़ाते हैं।

इन 5 राशियों को विशेष सावधानी की आवश्यकता

वृषभ राशि (Taurus)
पारिवारिक विवाद और आर्थिक हानि।
कार्यस्थल पर तनाव।
पाचन और नींद की समस्याएं।

उपाय: हनुमान चालीसा का पाठ करें, मसूर व गुड़ का दान करें।

सिंह राशि (Leo)
मानसिक तनाव, सिरदर्द
करियर में अवरोध
वाद-विवाद और रिश्तों में दरार।

उपाय: मंगल मंत्र “ॐ भौमाय नमः” का जाप करें, लाल वस्त्र धारण करें।

कन्या राशि (Virgo)
स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव, पेट और मानसिक समस्या।
संबंधों में भ्रम व दूरी।

    उपाय: शिव अभिषेक करें, तुलसी का सेवन करें।

    धनु राशि (Sagittarius)
    करियर दबाव और अनचाही यात्रा।
    वरिष्ठों से संबंध तनावपूर्ण।

    उपाय: तांबे के पात्र में जल अर्पित करें, मंगलवार को व्रत रखें।

      मीन राशि (Pisces)
      अनिद्रा, त्वचा और पाचन की समस्या।
      आध्यात्मिक असंतुलन व रिश्तों में दूरी।

      उपाय: “ॐ अंगारकाय नमः” का जाप करें, मसूर दाल का दान करें।

        मंगल गोचर से बचाव के सामान्य उपाय
        मंगलवार को लाल वस्त्र, मसूर दाल, तांबे के बर्तन का दान करें।
        प्रतिदिन हनुमान चालीसा और “ॐ भौमाय नमः” का जाप करें।
        तीखा, मसालेदार भोजन कम करें, जल अधिक पिएं।
        वाहन सावधानी से चलाएं, लोहे व नुकीली चीजों से दूरी रखें।
        गुस्से और वाणी पर नियंत्रण रखें।
        मंगलवार व्रत रखने से लाभ होगा।

        मंगल का कन्या राशि में यह गोचर कुछ राशियों के लिए उथल-पुथल और तनाव भरा समय ला सकता है। परंतु यदि समय रहते ज्योतिषीय उपाय, आत्म-संयम और सकारात्मक सोच अपनाई जाए, तो इन प्रभावों को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। सावधानी ही सबसे बड़ी सुरक्षा है।

        Uma Pathak

        Uma Pathak

        About Author

        उमा पाठक ने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से मास कम्युनिकेशन में स्नातक और बीएचयू से हिन्दी पत्रकारिता में परास्नातक किया है। पाँच वर्षों से अधिक का अनुभव रखने वाली उमा ने कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में अपनी सेवाएँ दी हैं। उमा पत्रकारिता में गहराई और निष्पक्षता के लिए जानी जाती हैं।

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