द लोकतंत्र : देश में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जिससे स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। हाल ही में असम के लखीमपुर में 10 महीने का बच्चा इस वायरस से संक्रमित पाया गया। उसे डिब्रूगढ़ के असम मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों की टीम ने कहा है कि बच्चे की स्थिति स्थिर है और फिलहाल फिराक की कोई बात नहीं है।
अब तक देश में HMPV के कुल 15 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। बीते शुक्रवार को राजस्थान और गुजरात में एक-एक नए मामले सामने आए, जबकि गुरुवार को 3 केस दर्ज किए गए थे। विशेषज्ञों का कहना है कि यह वायरस पहले चीन, अमेरिका, ब्रिटेन, मलेशिया और सिंगापुर जैसे देशों में भी पाया गया था। अब भारत सरकार ने इसके बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विभाग को सतर्क कर दिया है।
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इस वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए सिक्किम सरकार ने विशेष एडवाइजरी जारी की है। सिक्किम, जो चीन के साथ लगभग 200 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है, क्षेत्रीय संवेदनशीलता के कारण अतिरिक्त सतर्कता बरत रहा है। सिक्किम सरकार ने स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे वायरस पर नजर बनाए रखें और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें।
क्या है HMPV वायरस?
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) एक श्वसन तंत्र से जुड़ा वायरस है, जो खासकर बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों को अधिक प्रभावित करता है। यह वायरस सामान्य सर्दी-जुकाम जैसे लक्षणों से शुरू होता है, लेकिन गंभीर मामलों में यह श्वसन संक्रमण या निमोनिया का कारण बन सकता है।
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लक्षणों पर दें ध्यान
इस वायरस के मुख्य लक्षणों में सर्दी, खांसी, बुखार, सांस लेने में कठिनाई, और गले में खराश शामिल हैं। गंभीर मामलों में यह फेफड़ों को प्रभावित कर सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, समय पर इलाज से मरीज की स्थिति को बेहतर बनाया जा सकता है।