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बीजेपी में नहीं थम रहा टिकट वापसी का सिलसिला, अब इस नेता ने की टिकट सरेंडर करने की बात, प्रत्याशी ने किया खंडन

The process of withdrawal of tickets is not stopping in BJP, now this leader talked about surrendering the ticket, the candidate denied

द लोकतंत्र : जब आपका लक्ष्य बड़ा हो और आप 400 से ज़्यादा सीटें जीतने का दावा कर रहे हों तब आपका हर एक कदम पूर्व नियोजित और सोचा समझा हुआ होना चाहिए। लेकिन जो हालात चल रहे हैं उसके हिसाब से यह साफ़ है कि बीजेपी द्वारा तय किए गए लक्ष्य को हासिल करना उसके लिए दूर की कौड़ी साबित होगी। दरअसल, बाहर से मज़बूत दिखने वाली भाजपा के अंदरखाने टिकट बँटवारे को लेकर भारी नाराज़गी देखने को मिल रही है। मोदी-शाह के दौर में संभवतः ऐसा पहली बार है जब लगातार टिकट वापसी हो रही है।

बरेली के प्रत्याशी को लेकर खींचतान, संगठन से भी नहीं मिल रहा समर्थन

लोकसभा चुनाव को लेकर एक तरफ़ जहां सियासी तापमान बढ़ता जा रहा है वहीं उत्तर प्रदेश की बरेली सीट पर बीजेपी के अंदर तूफ़ान मचा हुआ है। बीजेपी ने इस सीट से छत्रपाल गंगवार को टिकट दिया है जिसे लेकर पार्टी में भारी नाराजगी देखने को मिल रही है। संगठन से जुड़े पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं सहित स्थानीय विधायक की तरफ़ से भी मौजूदा प्रत्याशी को लेकर कोई उत्साह नहीं है और छत्रपाल संगवार के समर्थन में प्रचार करने को भी कोई तैयार नहीं है। ऐसी स्थिति में छत्रपाल गंगवार ने टिकट वापस करने की चेतावनी दी है।

दरअसल, आठ बार से बरेली के सांसद संतोष कुमार गंगवार का टिकट इसबार उम्र सीमा की वजह से काट दिया गया। हालाँकि संतोष गंगवार चाहते थे कि उन्हें टिकट दिया जाए। जातिगत समीकरणों को देखते हुए ही संतोष गंगवार की जगह छत्रपाल गंगवार को प्रत्याशी बनाया गया था लेकिन उन्हें संगठन के भीतर ही भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में भाजपा शीर्ष नेतृत्व पर सवाल उठ रहे हैं कि टिकट वितरण में क्या ज़िला संगठन से कोई इनपुट नहीं लिया गया था? आख़िर भारतीय जनता पार्टी किन बातों को आधार बनाकर टिकट वितरित करती है? क्या आंतरिक सर्वे, ज़िला संगठन के इनपुट लेने जैसी बातें सिर्फ़ कागजी हैं?

टिकट वापस कर दूँगा

ख़बरों के मुताबिक़ बरेली से भाजपा प्रत्याशी छत्रपाल गंगवार ने संगठन नेताओं के असहयोग भरे रवैये से नाराजगी जाहिर करते हुए चेतावनी दी कि कोई भी मुझे चुनाव लड़वाने में मदद नहीं कर रहा है, यही हाल रहा तो मैं अपना टिकट वापस कर दूंगा।

अफ़वाहों पर न दें ध्यान, बोले बरेली लोकसभा प्रत्याशी छात्रपाल सिंह गंगवार

वहीं, अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट कर भाजपा बरेली से लोकसभा प्रत्याशी ने चल रही ख़बरों का खण्डन किया है। उन्होंने लिखा, कृपया अफवाहों पर ध्यान न दें । हम सभी पूर्ण निष्ठा एवम् ईमानदारी के साथ यशस्वी प्रधानमंत्री मा. नरेंद्र मोदी जी को 400 कमल के साथ पुनः प्रधानमंत्री बनाने हेतु लगे हुए हैं । आगामी 4 जून को बरेली में भी ऐतिहासिक मतों के साथ कमल खिलने जा रहा है ।

प्रबुद्ध सम्मेलन प्रस्तावित, योगी करेंगे चुनावी शंखनाद

बता दें, बरेली लोकसभा में 23 लाख मतदाता है जिसमें करीब साढ़े 3 लाख कुर्मी मतदाता हैं। 35 फ़ीसदी यानी 8 लाख के क़रीब मुस्लिम मतदाता हैं। भाजपा की सियासी जमीन मजबूत करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को बरेली मंडल के तीन जिलों में प्रबुद्ध सम्मेलन को संबोधित करेंगे।

तीन जिलों की चार लोकसभा सीटों को साधने के लिए सीएम योगी तीन अलग-अलग जनसभाएं करेंगे। इनके जरिये ही वे इन तीनों जिलों में पार्टी की ओर से चुनावी शंखनाद भी करेंगे। ऐसे में भाजपा स्थानीय संगठन से लोकसभा प्रत्याशी का तालमेल न बैठ पाने की बात अगर सही है तो यक़ीनन यह शीर्ष नेतृत्व के लिए एक बड़ी चुनौती होगी।

Team The Loktantra

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