द लोकतंत्र/ पटना : बिहार चुनाव 2025 की सरगर्मी के बीच बांका जिले में शुक्रवार को एक दिलचस्प वाकया देखने को मिला। भवन निर्माण मंत्री और जेडीयू प्रत्याशी जयंत राज अमरपुर सीट से नामांकन दाखिल करने पहुंचे, लेकिन नियत समय से महज एक से दो मिनट की देरी के कारण वे नामांकन नहीं कर सके।
निर्धारित समयसीमा समाप्त होने के बाद जब मंत्री जयंत राज निर्वाचन कार्यालय पहुंचे, तो अधिकारियों ने नियमों के तहत उनका नामांकन स्वीकार करने से इनकार कर दिया।
नियम तो नियम होता है
नामांकन केंद्र से बाहर निकलते हुए मंत्री जयंत राज ने मीडिया से कहा, नियम तो नियम होता है। हम सभी को चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए। मैं बस एक मिनट देर से पहुंचा, इसलिए नामांकन नहीं हो सका। अब कल नियमानुसार नामांकन करूंगा। सूत्रों के मुताबिक, जयंत राज के देर होने की वजह रास्ते में स्थानीय लोगों द्वारा किए गए स्वागत और मुलाकातें रहीं।
समर्थक जगह-जगह उन्हें फूल-मालाओं से स्वागत कर रहे थे, जिससे समय का थोड़ा अंतर आ गया। जब तक वे निर्वाचन कार्यालय पहुंचे, तब तक नामांकन की समयसीमा समाप्त हो चुकी थी।
हालांकि जयंत राज के लिए राहत की बात यह है कि अमरपुर विधानसभा क्षेत्र में मतदान दूसरे चरण में होना है। ऐसे में उन्हें शनिवार को नामांकन दाखिल करने का अवसर मिलेगा। इस घटना की चर्चा अब सोशल मीडिया से लेकर सियासी गलियारों तक फैल चुकी है — जहां लोग इस “एक मिनट की देरी” को लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

