द लोकतंत्र: सावन का महीना भगवान शिव की आराधना के लिए सबसे पवित्र और शुभ माना जाता है। इस साल 21 जुलाई 2025 को दूसरा सावन सोमवार व्रत है। इसके बाद 28 जुलाई को तीसरा और 4 अगस्त 2025 को चौथा व अंतिम सावन सोमवार व्रत रखा जाएगा। 9 अगस्त को सावन मास का समापन होगा।
श्रावण मास के प्रत्येक सोमवार को व्रत रखना और भगवान शिव की विशेष पूजा करना बहुत शुभ माना गया है। शास्त्रों में बताए गए कुछ उपाय सावन के सोमवार को करने से विशेष पुण्यफल की प्राप्ति होती है और जीवन की समस्याएं दूर हो सकती हैं। आइए जानते हैं वे 5 सरल और शुभ उपाय-
जलाभिषेक करें (Jalabhishek Ritual)
सावन सोमवार की पूजा में शिवलिंग पर जलाभिषेक करना अनिवार्य होता है। इसमें शुद्ध जल के साथ गंगाजल, दूध, दही, घी, शहद और तीर्थ जल का भी प्रयोग किया जा सकता है। इससे जीवन की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और सकारात्मकता बढ़ती है।
दीप प्रज्वलन (Light a Diya)
शाम के समय शिव मंदिर या घर में स्थापित शिवलिंग के पास एक दीपक जलाना चाहिए। इससे घर में सुख-समृद्धि आती है और आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं।
चढ़ाएं शिवामुट्ठी (Shivamuththi Offering)
शिवामुट्ठी चढ़ाना एक खास धार्मिक प्रक्रिया है। इसमें अरहर की दाल, गेहूं, तिल, मूंग और अक्षत जैसी पांच चीजें एक साथ शिवलिंग पर चढ़ाई जाती हैं। ऐसा करने से कार्यों में आ रही बाधाएं दूर होती हैं।
कलश चढ़ाना (Offer Kalash)
तांबे के कलश में गंगाजल, चंदन, अक्षत और सफेद फूल डालकर “ॐ नम: शिवाय” मंत्र का जाप करते हुए शिवलिंग पर अर्पित करें। यह उपाय विशेष रूप से मानसिक शांति और मनोकामना पूर्ति के लिए प्रभावी होता है।
मंत्र जाप (Mantra Chanting)
इस दिन महामृत्युंजय मंत्र और ॐ नम: शिवाय का अधिक से अधिक जाप करना चाहिए। इससे स्वास्थ्य लाभ, भय निवारण और आध्यात्मिक उन्नति होती है।
सावन सोमवार के ये उपाय न केवल धार्मिक दृष्टि से उपयोगी हैं बल्कि मानसिक और आत्मिक शांति भी प्रदान करते हैं।