द लोकतंत्र/ नई दिल्ली : ईरान और इजरायल के बीच लंबे समय से जारी तनाव अब उस मोड़ पर आ गया है जहां वैश्विक शांति पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। इस संघर्ष में अमेरिका की सीधी सैन्य भागीदारी ने दुनिया को चौंका दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने खुद स्वीकार किया है कि अमेरिका ने ईरान के तीन बड़े परमाणु ठिकानों क्रमशः फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर सफल हवाई हमला किया है।
ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर इसकी जानकारी देते हुए कहा कि सभी अमेरिकी विमान सुरक्षित लौट आए हैं और सबसे ज़्यादा बम फोर्डो साइट पर गिराए गए। उन्होंने अमेरिकी सेना की सराहना करते हुए इसे दुनिया की सबसे ताकतवर सैन्य कार्रवाई बताया और कहा कि अब शांति का समय है।
इजरायल के समर्थन में आया अमेरिका
अमेरिका द्वारा ईरान पर हमला केवल सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि एक स्पष्ट राजनीतिक संदेश भी है अमेरिका अब तटस्थ नहीं रहा, वह इजरायल के समर्थन में खुलकर खड़ा हो गया है। यह वही अमेरिका है जिसके राष्ट्रपति ने अपने पिछले कार्यकाल में वादा किया था कि वह देश को मध्य-पूर्व की जंगों से दूर रखेंगे। लेकिन अब, जब अमेरिका खुद ईरान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई कर चुका है, तो यह मानना कठिन नहीं कि पश्चिम एशिया की आग दुनिया भर में फैल सकती है।
और यह कदम तब उठाया गया है जब महज़ 48 घंटे पहले ट्रंप ने बयान दिया था कि अमेरिका दो हफ्ते तक कूटनीतिक समाधान की प्रतीक्षा करेगा। उन्होंने कहा था कि अगर ईरान और इजरायल के बीच बातचीत की संभावना बनी रही, तो सैन्य कार्रवाई को टाल दिया जाएगा।
अपनी बात से पलटे ट्रम्प, ईरान पर अमेरिकी सैन्य कार्यवाई तीसरे विश्वयुद्ध की आहट
दरअसल, अमेरिका और ईरान के बीच पिछले कुछ महीनों से गुप्त वार्ताएं चल रही थीं। ट्रंप ने यहां तक कहा था कि उन्होंने इजरायल से अनुरोध किया था कि हमला कुछ समय के लिए टाल दिया जाए। लेकिन ईरान पर अमेरिकी सैन्य हमले के बाद अब स्पष्ट हो गया है कि कूटनीति के सारे रास्ते बंद हो चुके हैं और जंग का रास्ता अपनाया जा चुका है।
यह भी पढ़ें : मात्र इतने रूपये में करें पूरे साल भर टोल फ्री यात्रा, जानिए नियम, फायदे और शुरुआत की तारीख
अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या यह संघर्ष तीसरे विश्व युद्ध की आहट है? क्योंकि अमेरिका जैसी महाशक्ति जब किसी परमाणु महत्वाकांक्षा वाले देश पर हमला करती है, तो यकीनन इसका असर सीमित नहीं होगा। अगर इस संघर्ष में रूस, चीन या अन्य राष्ट्र भी कूदते हैं, तो दुनिया एक बार फिर विनाश की ओर बढ़ सकती है। वहीं, अमेरिकी सेना ने पहली बार सीधे रूप से हस्तक्षेप के बाद ईरान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को चेतावनी दी है। ईरान ने चेतावनी देते हुए कहा है कि तुमने शुरू किया, हम खत्म करेंगे।