द लोकतंत्र/ पटना : BJP ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की दूसरी सूची जारी करते हुए 12 प्रत्याशियों के नामों का एलान किया है। इस सूची में नौ सिटिंग विधायकों का टिकट काटना और नए-नवेले चेहरों को अवसर देना प्रमुख आकर्षण है। खास बात यह है कि मात्र 24 घंटे पहले ही पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने वाली लोकगायिका मैथिली ठाकुर को भी अलीनगर से टिकट दिया गया है।
पूर्व नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश शर्मा का टिकट कटा
मुजफ्फरपुर सीट से पूर्व नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश शर्मा की जगह पूर्व जिलाध्यक्ष रंजन कुमार को मैदान में उतारा गया है। छपरा से निवर्तमान विधायक डॉ. सीएन गुप्ता की जगह उनकी पत्नी छोटी कुमारी को टिकट मिला है।
गोपालगंज की कुसुम देवी का टिकट काटकर जिला परिषद के मुख्य पार्षद सुभाष सिंह को पार्टी ने मैदान में उतारा है। वहीं, बाढ़ प्रभावित इलाके की सीट बाढ़ से मौजूदा विधायक ज्ञानेंद्र “ज्ञानू” सिंह की जगह पूर्व जिलाध्यक्ष सियाराम सिंह को टिकट दिया गया है।
अलीनगर सीट से मैथिली ठाकुर को टिकट
अलीनगर सीट से मैथिली ठाकुर को टिकट देने का फैसला अपेक्षाकृत चौंकाने वाला है। इस सीट पर पहले मिश्रीलाल यादव टिकट हो सकते थे, पर उन्होंने भाजपा छोड़ लिया है। बक्सर से दिवंगत नेता परशुराम चतुर्वेदी की जगह पूर्व आइपीएस अधिकारी आनंद मिश्रा को उम्मीदवार बनाया गया है।
कुछ सीटों पर पुराने चेहरे को दोबारा मौका दिया गया है। आरजेडी से बीजेपी में आए सीटिंग विधायक केदार नाथ सिंह को बनियापुर से, सोनपुर से विनय कुमार सिंह, रोसड़ा (अजा) से वीरेंद्र कुमार, तथा शाहपुर से राकेश ओझा को टिकट दिया गया है।
भाजपा के इस दूसरे चरण के टिकट बंटवारे में यह साफ संकेत दिया गया है कि पार्टी परफॉर्मेंस, चुनाव क्षेत्र की रिपोर्ट और संगठनात्मक मजबूती को प्राथमिकता दे रही है। नए उम्मीदवारों का चयन जातीय समीकरण, क्षेत्रीय समीक्षाओं और युवा चेहरे जोड़ने की रणनीति के तहत किया गया है। इस बदलाव से विपक्षी दलों में हलचल बढ़ी है और आगे की सूची पर निगाहें टिकी होंगी।

