द लोकतंत्र/ पटना : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण से सिर्फ कुछ दिन पहले गौरा बौराम सीट पर महागठबंधन की सीट बंटवारे की उलझनें सामने आ गई हैं। इस सीट पर अब RJD और VIP के बीच सीधा मुकाबला तय माना जा रहा है। VIP के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सहनी यहां से उम्मीदवार हैं, वहीं RJD ने अफजल अली को उम्मीदवार घोषित किया है।
चुनाव नियमों के अनुसार अफजल अली तकनीकी रूप से RJD उम्मीदवार
हालांकि, महागठबंधन के अंदर सीट बंटवारे के बाद VIP को गौरा बौराम की सीट सौंप दी गई, लेकिन अफजल अली ने अपना नामांकन वापस लेने से इनकार कर दिया। इसके चलते निर्वाचन आयोग को RJD की ओर से पत्र भेजा गया, जिसमें कहा गया कि अब VIP के उम्मीदवार संतोष सहनी महागठबंधन के अधिकृत प्रत्याशी हैं। बावजूद इसके, चुनाव नियमों के अनुसार अफजल अली तकनीकी रूप से RJD का उम्मीदवार माने जाएंगे। इसका नतीजा यह हुआ कि तेजस्वी यादव को अपने ही पार्टी के चुनाव चिन्ह ‘लालटेन’ के खिलाफ वोट मांगना पड़ सकता है, जबकि VIP का चुनाव चिन्ह ‘नाव’ रहेगा।
इस तरह का मामला पहले लोकसभा चुनावों में राजस्थान की बांसवाड़ा सीट पर भी देखा गया था। तब कांग्रेस के उम्मीदवार ने सिंबल वापस करने से इनकार कर दिया था और उन्हें अपनी ही पार्टी के खिलाफ प्रचार करना पड़ा था। इसका असर यह हुआ कि उम्मीदवार ने हजारों वोट हासिल किए।
VIP के संतोष सहनी को महागठबंधन का समर्थन
गौरा बौराम में भी वही स्थिति देखने को मिल रही है। अफजल अली मैदान में खड़े हैं, जबकि VIP के संतोष सहनी को महागठबंधन का समर्थन मिला है। अब इस सीट पर दोनों पार्टियां अपने-अपने वोटरों को आकर्षित करने के लिए कड़ी मेहनत करेंगी।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह मामला महागठबंधन में बैठकों और आपसी सहमति की जटिलताओं को उजागर करता है। अब देखना रोचक होगा कि अफजल अली के रहते हुए RJD समर्थक किसे वोट देंगे और VIP के उम्मीदवार संतोष सहनी कितने वोट जुटा पाएंगे। इस सीट पर मुकाबला न केवल तकनीकी रूप से बल्कि राजनीतिक रूप से भी बेहद दिलचस्प होने वाला है।

