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Dhanteras 2025: धनतेरस की शाम भूलकर भी न करें ये 5 गलतियां, रूठकर चली जाती हैं मां लक्ष्मी!

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द लोकतंत्र : दीपावली महापर्व की शुरुआत धन त्रयोदशी यानी धनतेरस के शुभ दिन से होती है। इस साल धनतेरस का त्योहार 18 अक्टूबर, शनिवार को मनाया जाएगा। यह दिन धन के देवता कुबेर, आरोग्य के देवता धन्वंतरि और माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन सोना, चांदी, नए बर्तन, झाड़ू और धनिया के बीज जैसी मूल्यवान चीजों की खरीदारी बहुत शुभ होती है, जिससे घर में सुख-संपन्नता का वास होता है।

हालांकि, ज्योतिष और वास्तु शास्त्र के जानकारों का कहना है कि जिस तरह धनतेरस पर खरीदारी का विशेष महत्व है, उसी तरह इस शुभ दिन की शाम को कुछ गलतियां करने से बचना भी बेहद जरूरी है। धनतेरस की शाम को की गई छोटी सी गलती भी देवी लक्ष्मी को रुष्ट कर सकती है और घर में आर्थिक तंगी और दरिद्रता ला सकती है।

आइए जानते हैं धनतेरस 2025 की शाम वे कौन सी 5 गलतियां हैं, जिनसे हर व्यक्ति को बचना चाहिए:

शाम के समय घर में झाड़ू लगाना (Avoid Sweeping in the Evening)

ज्योतिषविदों के अनुसार, धनतेरस की शाम को यानी सूर्यास्त के बाद घर में झाड़ू लगाना वर्जित माना गया है। झाड़ू को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। मान्यता है कि शाम के समय घर में झाड़ू लगाने से घर की बरकत, सुख-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा घर से बाहर चली जाती है। इससे घर में दुख-दरिद्रता का वास होता है और मां लक्ष्मी रुष्ट होकर घर से चली जाती हैं। इसलिए, अगर सफाई करनी हो, तो वह शाम से पहले ही पूरी कर लेनी चाहिए।

नमक का दान या लेनदेन करना (Do Not Donate or Lend Salt)

धनतेरस की शाम को नमक का दान करना या किसी को उधार देना सबसे बड़ी गलती मानी जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शाम के समय नमक का दान करने से देवी लक्ष्मी नाराज होकर घर से चली जाती हैं। इतना ही नहीं, इससे कुंडली में राहु ग्रह का प्रकोप भी बढ़ सकता है, जिससे घर में आर्थिक अस्थिरता आती है और धन का फ्लो रुक जाता है। इस दिन चीनी और अन्य सफेद वस्तुओं का दान या लेनदेन भी शाम के समय नहीं करना चाहिए।

रुपया-पैसा या कीमती वस्तुएं उधार देना (Avoid Lending Money or Valuables)

धनतेरस के दिन, विशेषकर शाम के समय, भूलकर भी किसी को रुपया-पैसा या कोई कीमती वस्तु उधार नहीं देनी चाहिए। वास्तु शास्त्र और ज्योतिष के अनुसार, जो व्यक्ति धनतेरस पर रुपया-पैसा उधार देता है, उसके घर में लक्ष्मी-कुबेर कभी वास नहीं करते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस दिन धन बाहर देने से घर की समृद्धि और वैभव भी उसी के साथ चला जाता है। इस दिन अगर धन खर्च भी करना हो तो अपने लिए खरीदारी के रूप में करना सबसे उत्तम होता है।

तामसिक चीजों का सेवन (Strictly Avoid Tamasic Food)

धन त्रयोदशी का दिन पूजा-पाठ और सात्विकता का होता है। इसलिए इस शुभ वेला पर घर में लहसुन, प्याज जैसी तामसिक चीजों का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए। इसके अलावा, मांस-मदिरा का सेवन भी इस दिन पूरी तरह वर्जित होता है। ज्योतिषविदों का मानना है कि धनतेरस पर तामसिक चीजों के सेवन से भगवान कुबेर और धन्वंतरि की कृपा परिवार पर नहीं होती है। इस दिन सात्विक भोजन ही ग्रहण करना चाहिए।

खाली बर्तन घर लाना (Do Not Bring Empty Vessels Home)

धनतेरस के दिन नए बर्तनों की खरीदारी बहुत शुभ मानी जाती है। लोग शाम के समय विशेष रूप से खरीदारी करते हैं। ज्योतिषविदों की सलाह है कि धनतेरस की शाम बर्तन खरीदने के बाद उन्हें खाली लेकर घर न आएं। नए बर्तनों में थोड़ा सा पानी, दूध, गुड़ या फिर खील बताशे जैसी कोई भी मीठी वस्तु लेकर आना बहुत शुभ माना जाता है। खाली बर्तन घर लाना शुभ नहीं माना जाता और यह दरिद्रता का प्रतीक हो सकता है।

इन 5 गलतियों से बचकर आप निश्चित रूप से धनतेरस के शुभ अवसर पर मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर की कृपा प्राप्त कर सकते हैं, जिससे आपके घर में साल भर सुख-समृद्धि और धन लाभ बना रहेगा।हेगा।

Uma Pathak

Uma Pathak

About Author

उमा पाठक ने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से मास कम्युनिकेशन में स्नातक और बीएचयू से हिन्दी पत्रकारिता में परास्नातक किया है। पाँच वर्षों से अधिक का अनुभव रखने वाली उमा ने कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में अपनी सेवाएँ दी हैं। उमा पत्रकारिता में गहराई और निष्पक्षता के लिए जानी जाती हैं।

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